केरल पुलिस की अपराध शाखा ने परवूर के नजदीक पुत्तिंगल मंदिर में 10 अप्रैल 2016 को तड़के आतिशबाजी के दौरान हुए धमाके के मामले में शुक्रवार (15 अक्टूबर) को 15 मंदिर अधिकारियों सहित कुल 59 लोगों को अभियुक्त नामित करते हुए आरोप पत्र दाखिल किया है. इस धमाके में 110 लोगों की मौत हुई थी जबकि कई अन्य घायल हुए थे.अपराध शाखा के महानिरीक्षक एस श्रीजीत के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने, जो इस मामले की जांच कर रहा था, प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया है.
कुल 533 पन्नों के आरोप-पत्र में 1,417 गवाहों, 1,611 दस्तावेजों और 376 वस्तुओं को शामिल किया गया है. उल्लेखनीय है कि मंदिर में हुए इस हादसे में घायल कम से कम 1,039 लोगों का कोल्लम और तिरुवनंतपुरम के अस्पतालों में इलाज किया गया था. यह हादसा उस समय हुआ था, जब आतिशबाजी के दौरान चिंगारी उस गोदाम में गिरी जहां पर पटाखे जमा करके रखे गए थे. इसकी वजह से वहां शक्तिशाली धमाका हुआ था.
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इस धमाके में पुत्तिंगल देवी मंदिर और नजदीक के कई घरों को नुकसान हुआ था. सूत्रों के अनुसार, फोरेंसिक टीमों के साथ-साथ विस्फोटक नियंत्रकों को विस्फोट स्थल से अन्य विस्फोटकों के साथ-साथ पोटेशियम क्लोरेट भी मिला था. अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होने के कारण, इसका उपयोग विस्फोटक को बढ़ाने और प्रतिक्रिया को बढ़ाने के लिए किया जाता था. लेकिन केंद्र सरकार ने आतिशबाजी के लिए पोटेशियम क्लोरेट के उपयोग पर प्रतिबंध लगा रखा है.
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