आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षा बल इलाके की छानबान कर रहे हैं
अनंतनाग (जम्मू कश्मीर):
दक्षिण कश्मीर के बिजबेहरा में शुक्रवार को आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन द्वारा सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के काफिले पर किए गए हमले में तीन जवान शहीद हो गए। 10 अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें आम लोग भी शामिल हैं। घायलों में तीन की हालत नाजुक है।
जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक के राजेंद्र ने कहा, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहे बीएसएफ के काफीले पर बिजबेहरा के पास आतंकवादियों ने हमला कर दिया।'
हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने ली है। इसके प्रवक्ता बुरहानुद्दीन ने एक स्थानीय समाचार सेवा से कहा कि 'हमारे विशेष दस्ते के हमले में कई भारतीय सैनिक मारे गए हैं। कई गंभीर रूप से जख्मी भी हुए हैं। सुरक्षा कर्मियों पर हमले जारी रहेंगे।'
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपने गृह नगर में हुए इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। हमले के फौरन बाद महबूबा ने बीएसएस के महानिदेशक के.के. शर्मा से बात की और जवानों की मौत पर गहरा दुख जताया। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बयान में कहा, 'इस तरह का पागलपन से भरा हमला उन तत्वों की हताशा को दिखाता है जो सरकार के शांति प्रयासों को पटरी से उतारना चाहते हैं और राज्य में फिर से शुरू हो रही आर्थिक गतिविधियों को नष्ट करना चाहते हैं।'
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 300 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 1-ए पर स्थित कस्बे में आतंकी हमले के बाद भारी गोलीबारी हुई। वहीं पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बीएसएफ के घायल जवानों को श्रीनगर के अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
आतंकी सरकारी अस्पताल के भवन में छिपे हुए थे। माना जा रहा है कि वे भागने में सफल रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने हमले के तुरंत बाद इलाके की घेराबंदी कर दी। हमले से इलाके में भय फैल गया। व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को रोकना पड़ा, जिसे बाद में खोल दिया गया।
जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक के राजेंद्र ने कहा, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहे बीएसएफ के काफीले पर बिजबेहरा के पास आतंकवादियों ने हमला कर दिया।'
हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने ली है। इसके प्रवक्ता बुरहानुद्दीन ने एक स्थानीय समाचार सेवा से कहा कि 'हमारे विशेष दस्ते के हमले में कई भारतीय सैनिक मारे गए हैं। कई गंभीर रूप से जख्मी भी हुए हैं। सुरक्षा कर्मियों पर हमले जारी रहेंगे।'
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपने गृह नगर में हुए इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। हमले के फौरन बाद महबूबा ने बीएसएस के महानिदेशक के.के. शर्मा से बात की और जवानों की मौत पर गहरा दुख जताया। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बयान में कहा, 'इस तरह का पागलपन से भरा हमला उन तत्वों की हताशा को दिखाता है जो सरकार के शांति प्रयासों को पटरी से उतारना चाहते हैं और राज्य में फिर से शुरू हो रही आर्थिक गतिविधियों को नष्ट करना चाहते हैं।'
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 300 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 1-ए पर स्थित कस्बे में आतंकी हमले के बाद भारी गोलीबारी हुई। वहीं पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बीएसएफ के घायल जवानों को श्रीनगर के अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
आतंकी सरकारी अस्पताल के भवन में छिपे हुए थे। माना जा रहा है कि वे भागने में सफल रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने हमले के तुरंत बाद इलाके की घेराबंदी कर दी। हमले से इलाके में भय फैल गया। व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को रोकना पड़ा, जिसे बाद में खोल दिया गया।
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