प्रतीकात्मक चित्र
मुंबई:
हिन्दुस्तान के 292 महत्वपूर्ण व्यक्ति आतंकी संगठन इस्लामिक इस्टेट के निशाने पर हैं, जिनमें से 70 मुंबई और महाराष्ट्र में रहने वाले हैं. ये खुलासा महाराष्ट्र एटीएस ने उस आरोपपत्र में किया है, जो उसने परभणी के ISIS समर्थकों के खिलाफ अदालत में दायर किया है.
आरोपपत्र परभणी से पकड़े गए नासिर बीन उर्फ़ चाउस, शाहिद खान, इक़बाल अहमद और रईसुदीन सिद्धिकी के खिलाफ 8 अक्टूबर को दायर किया गया है. आरोपपत्र में फ़ारूक़ को फरार आरोपी बताया गया है. फ़ारूक़ के बारे में पता चला है कि वह सीरिया में है और वहीं से परभणी के मॉड्यूल को हैंडल कर रहा था.
आरोपपत्र के मुताबिक ISIS के निशाने पर दुनियाभर के कुल 4681 महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं. वांटेड किल लिस्ट नाम की ये सूची नासिर के फोन में एक्सेल शीट के फॉर्मेट में थी और हैक्ट बाई 'युनाइटेड कैलिफाइट' वेरी इम्पोर्टेंट किल लिस्ट (HACKED BY " UNITED CYBER CALIPHATE " / very important kill list) नाम की फाइल में सेव थी. इस फ़ाइल में सभी के नाम, ईमेल आईडी, दफ्तर और घर के पते के साथ मोबाइल नंबर और वो किस देश का नागरिक है, ये भी लिखा है.
एटीएस के मुताबिक परभणी से जुलाई 2016 में पकड़ा गया नासिर चाउस 'लोन वुल्फ' था. उसके साथियों को भी अकेले ही आतंकी हमले को अंजाम देने की ट्रेनिंग दी गई थी. आरोपपत्र में दी गई जानकारी के मुताबिक नासिर के मोबाइल में एक और फाइल सेव थी जिसमें सेफ्टी एंड सिक्यूरिटी गाइडलाइंस फॉर लोन वुल्फ एंड स्माल सेल (safety and security guidelines for lone wolf and small cell)" नाम की किताब डाउनलोड की गई थी. अंग्रेजी में लिखी उस किताब में अकेले और छोटे हमले की साजिश से लेकर उसे अंजाम देने और छिपने के तरीकों की पूरी जानकारी दी गई है.
इस बीच एटीएस ने आतंकी संगठन के निशाने पर लोगों की संख्या का उल्लेख तो किया है, लेकिन उनके नामों का खुलासा नहीं किया है. माना जा रहा है कि उस हिट लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़े नेता, खुफिया एजेंसियों से जुड़े अफसर और सरकारी वकीलों के नाम भी हैं.
आरोपपत्र परभणी से पकड़े गए नासिर बीन उर्फ़ चाउस, शाहिद खान, इक़बाल अहमद और रईसुदीन सिद्धिकी के खिलाफ 8 अक्टूबर को दायर किया गया है. आरोपपत्र में फ़ारूक़ को फरार आरोपी बताया गया है. फ़ारूक़ के बारे में पता चला है कि वह सीरिया में है और वहीं से परभणी के मॉड्यूल को हैंडल कर रहा था.
आरोपपत्र के मुताबिक ISIS के निशाने पर दुनियाभर के कुल 4681 महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं. वांटेड किल लिस्ट नाम की ये सूची नासिर के फोन में एक्सेल शीट के फॉर्मेट में थी और हैक्ट बाई 'युनाइटेड कैलिफाइट' वेरी इम्पोर्टेंट किल लिस्ट (HACKED BY " UNITED CYBER CALIPHATE " / very important kill list) नाम की फाइल में सेव थी. इस फ़ाइल में सभी के नाम, ईमेल आईडी, दफ्तर और घर के पते के साथ मोबाइल नंबर और वो किस देश का नागरिक है, ये भी लिखा है.
(मुंबई एटीएस की हिरासत में नासिर चाउस)
एटीएस के मुताबिक परभणी से जुलाई 2016 में पकड़ा गया नासिर चाउस 'लोन वुल्फ' था. उसके साथियों को भी अकेले ही आतंकी हमले को अंजाम देने की ट्रेनिंग दी गई थी. आरोपपत्र में दी गई जानकारी के मुताबिक नासिर के मोबाइल में एक और फाइल सेव थी जिसमें सेफ्टी एंड सिक्यूरिटी गाइडलाइंस फॉर लोन वुल्फ एंड स्माल सेल (safety and security guidelines for lone wolf and small cell)" नाम की किताब डाउनलोड की गई थी. अंग्रेजी में लिखी उस किताब में अकेले और छोटे हमले की साजिश से लेकर उसे अंजाम देने और छिपने के तरीकों की पूरी जानकारी दी गई है.
इस बीच एटीएस ने आतंकी संगठन के निशाने पर लोगों की संख्या का उल्लेख तो किया है, लेकिन उनके नामों का खुलासा नहीं किया है. माना जा रहा है कि उस हिट लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़े नेता, खुफिया एजेंसियों से जुड़े अफसर और सरकारी वकीलों के नाम भी हैं.
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