मुंबई:
मुंबई की गोकुल निवास नाम की बिल्डिंग के मलबे में 20 किलो से ज्यादा सोना दबा हो सकता है। शनिवार को दक्षिण मुंबई के कालबादेवी में गोकुल निवास में आग लगी थी, जिसके बाद पूरी बिल्डिंग ज़मींदोज़ हो गई थी।
अब इस मलबे की हिफाज़त के लिए 8 सीसीटीवी कैमरे, एसआरपीएफ की एक प्लाटून और 23 पुलिसवालों की तैनाती हो गई है।
मुंबई पुलिस के डीसीपी धनंजय कुलकर्णी ने एनडीटीवी से कहा, 'मलबे में लोगों के बहुत सारे क़ीमती सामान दब गए थे, हमारा मानना है कि उसमें 20 किलो तक सोना दबा हो सकता है, इसलिए हमने वहां सीसीटीवी कैमरे, एसआरपीएफ की प्लाटून और पुलिसवालों की तैनाती की है, बीएमसी के गार्ड भी वहां नजर रख रहे हैं, ताकि कोई असमाजिक तत्व वहां ना आने पाएं।'
शनिवार को आग लगने के बाद 4 माले का गोकुल निवास मलबे में बदल गया, हादसे में दो दमकलकर्मियों की मौत हो गई, दो गंभीर रूप से घायल हो गये। लेकिन बिल्डिंग में काम करने और रहने वालों को दमकलकर्मियों ने बचा लिया। इलाके के लोगों का कहना है कि जब हादसा हुआ, बड़ी तादाद में सोने और जरी के कारीगर काम कर रहे थे।
स्थानीय निवासी महेन्द्र पानसरे का कहना था, 'बिल्डिंग के तीसरे और चौथे माले पर बहुत सारे कारीगर काम करते थे, उनकी टेबल और लॉकर में सोना रखा था, लेकिन जैसे ही आग लगी और धमाका हुआ सब बिल्डिंग से भाग गए। थोड़ी देर बाद पूरी इमारत नीचे आ गई। हमें लगता है कि वहां बहुत सारे लोगों का सोना दब गया होगा।' पुलिस अबतक कई जौहरियों के बयान दर्ज कर चुकी है। मुंबा देवी मंदिर के पीछे मैदान में मलबा डाला गया है, जहां फिलहाल किसी को जाने की इजाज़त नहीं है।
अब इस मलबे की हिफाज़त के लिए 8 सीसीटीवी कैमरे, एसआरपीएफ की एक प्लाटून और 23 पुलिसवालों की तैनाती हो गई है।
मुंबई पुलिस के डीसीपी धनंजय कुलकर्णी ने एनडीटीवी से कहा, 'मलबे में लोगों के बहुत सारे क़ीमती सामान दब गए थे, हमारा मानना है कि उसमें 20 किलो तक सोना दबा हो सकता है, इसलिए हमने वहां सीसीटीवी कैमरे, एसआरपीएफ की प्लाटून और पुलिसवालों की तैनाती की है, बीएमसी के गार्ड भी वहां नजर रख रहे हैं, ताकि कोई असमाजिक तत्व वहां ना आने पाएं।'
शनिवार को आग लगने के बाद 4 माले का गोकुल निवास मलबे में बदल गया, हादसे में दो दमकलकर्मियों की मौत हो गई, दो गंभीर रूप से घायल हो गये। लेकिन बिल्डिंग में काम करने और रहने वालों को दमकलकर्मियों ने बचा लिया। इलाके के लोगों का कहना है कि जब हादसा हुआ, बड़ी तादाद में सोने और जरी के कारीगर काम कर रहे थे।
स्थानीय निवासी महेन्द्र पानसरे का कहना था, 'बिल्डिंग के तीसरे और चौथे माले पर बहुत सारे कारीगर काम करते थे, उनकी टेबल और लॉकर में सोना रखा था, लेकिन जैसे ही आग लगी और धमाका हुआ सब बिल्डिंग से भाग गए। थोड़ी देर बाद पूरी इमारत नीचे आ गई। हमें लगता है कि वहां बहुत सारे लोगों का सोना दब गया होगा।' पुलिस अबतक कई जौहरियों के बयान दर्ज कर चुकी है। मुंबा देवी मंदिर के पीछे मैदान में मलबा डाला गया है, जहां फिलहाल किसी को जाने की इजाज़त नहीं है।
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कालबादेवी में आग, इमारत गिरी, मुंबई पुलिस, मलबे में दबा सोना, Kalbadevi Building Collapse, Gold Buried, Mumbai Police