
वाराणसी:
उत्तर प्रदेश के चंदौली और वाराणसी जिले की सीमा पर बाबा जयगुरुदेव जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं में मची भगदड़ के मामले में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने घटना को गंभीरता से लेते हुए रविवार को अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) एवं सिटी मजिस्ट्रेट को निलंबित कर दिया.
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने वाराणसी में शनिवार को मची भगदड़ की घटना को काफी गंभीरता से लिया है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने वाराणसी के अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) विंध्यवासिनी राज तथा सिटी मजिस्ट्रेट बी बी सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए.
वही, इस घटना में मरने वालों का आंकड़ा 25 तक पहुंच गया है. यह भगदड़ तक मची जब एक धार्मिक नेता के हजारों श्रद्धालु जल्दबाजी में एकाएक साथ पुल करने की कोशिश करने लगे.
इस हादसे के बाद वाराणसी के कई आला पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी है. एसपी सिटी सुधाकर यादव को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, एसपी ट्रैफिक कमल किशोर, सीओ कोतवाली राहुल मिश्रा और एसओ राम नगर अनिल कुमार सिंह को भी निलंबित किया गया है.
इससे पहले जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने बताया कि चंदौली जिले में गंगा के किनारे डोमरी गांव में बाबा जयगुरुदेव की याद में आयोजित दो दिवसीय जागरूकता शिविर में आए बड़ी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी स्थित पीली कोठी से होते हुए डोमरी गांव जा रहे थे. रास्ते में राजघाट पुल पर अचानक भगदड़ मच गई.
(पढ़ें- वाराणसी भगदड़ : स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने यूपी सरकार को सभी जरूरी सहयोग का भरोसा दिया)
प्रशासन को उम्मीद करीब 4,000 लोगों के आने की थी, लेकिन लगभग 50,000 कथित तौर पर यहां आए थे.

पुलिस प्रमुख जावेद अहमद ने बताया कि एक आदमी बढ़ती भीड़ के कारण घुटन से मर गया, इससे और ज्यादा दहशत फैल गई. उन्होंने कहा कि हम भीड़ प्रबंधन की जांच कर रहे हैं और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
संप्रदाय का दावा है कि उन्होंने पुलिस को आगाह किया था कि अधिक लोग आ सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर अफसोस जताते हुए संवेदनाएं प्रकट की हैं.उन्होंने कहा है कि स्थानीय प्रशासन को इससे प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराने को कहा गया है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "वाराणसी में भगदड़ में लोगों की मौत पर गहरा दुख हुआ है. शोकसंतप्त परिवारों के प्रति मेरी शोक संवेदना. जो घायल हैं, उनके लिए प्रार्थना."
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी भगदड़ के कारण हुई मौतों पर दुख जताया. सोनिया ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट करते हुए उम्मीद जताई कि प्रशासन पीड़ितों को समुचित चिकित्सा सेवा और मुआवजा प्रदान कर रहा होगा. पार्टी के एक बयान के मुताबिक, सोनिया ने उत्तर प्रदेश और वाराणासी में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।
राहुल गांधी ने एक बयान में कहा कि उन्हें 'वाराणासी में भगदड़ की घटना के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ'. उन्होंने कहा, 'इस त्रासदीपूर्ण हादसे के पीड़ितों के परिजनों के साथ तहेदिल से मेरी संवेदनाएं हैं'.
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने वाराणसी में शनिवार को मची भगदड़ की घटना को काफी गंभीरता से लिया है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने वाराणसी के अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) विंध्यवासिनी राज तथा सिटी मजिस्ट्रेट बी बी सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए.
वही, इस घटना में मरने वालों का आंकड़ा 25 तक पहुंच गया है. यह भगदड़ तक मची जब एक धार्मिक नेता के हजारों श्रद्धालु जल्दबाजी में एकाएक साथ पुल करने की कोशिश करने लगे.
इस हादसे के बाद वाराणसी के कई आला पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी है. एसपी सिटी सुधाकर यादव को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, एसपी ट्रैफिक कमल किशोर, सीओ कोतवाली राहुल मिश्रा और एसओ राम नगर अनिल कुमार सिंह को भी निलंबित किया गया है.
इससे पहले जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने बताया कि चंदौली जिले में गंगा के किनारे डोमरी गांव में बाबा जयगुरुदेव की याद में आयोजित दो दिवसीय जागरूकता शिविर में आए बड़ी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी स्थित पीली कोठी से होते हुए डोमरी गांव जा रहे थे. रास्ते में राजघाट पुल पर अचानक भगदड़ मच गई.
(पढ़ें- वाराणसी भगदड़ : स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने यूपी सरकार को सभी जरूरी सहयोग का भरोसा दिया)
प्रशासन को उम्मीद करीब 4,000 लोगों के आने की थी, लेकिन लगभग 50,000 कथित तौर पर यहां आए थे.

पुलिस प्रमुख जावेद अहमद ने बताया कि एक आदमी बढ़ती भीड़ के कारण घुटन से मर गया, इससे और ज्यादा दहशत फैल गई. उन्होंने कहा कि हम भीड़ प्रबंधन की जांच कर रहे हैं और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
संप्रदाय का दावा है कि उन्होंने पुलिस को आगाह किया था कि अधिक लोग आ सकते हैं.
एएफपी के एक चश्मदीद के हवाले से कहा कि वहां बहुत अव्यवस्था थी. हम सभी को धक्का दिया जा रहा था. कई लोग मारे गए, जिनमें मेरी मां भी शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर अफसोस जताते हुए संवेदनाएं प्रकट की हैं.उन्होंने कहा है कि स्थानीय प्रशासन को इससे प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराने को कहा गया है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "वाराणसी में भगदड़ में लोगों की मौत पर गहरा दुख हुआ है. शोकसंतप्त परिवारों के प्रति मेरी शोक संवेदना. जो घायल हैं, उनके लिए प्रार्थना."
Deeply saddened by the loss of lives in the stampede in Varanasi. Condolences to the bereaved families. Prayers with those injured.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 15, 2016
I have spoken to officials & asked them to ensure all possible help to those affected due to the stampede in Varanasi.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 15, 2016
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी भगदड़ के कारण हुई मौतों पर दुख जताया. सोनिया ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट करते हुए उम्मीद जताई कि प्रशासन पीड़ितों को समुचित चिकित्सा सेवा और मुआवजा प्रदान कर रहा होगा. पार्टी के एक बयान के मुताबिक, सोनिया ने उत्तर प्रदेश और वाराणासी में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।
राहुल गांधी ने एक बयान में कहा कि उन्हें 'वाराणासी में भगदड़ की घटना के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ'. उन्होंने कहा, 'इस त्रासदीपूर्ण हादसे के पीड़ितों के परिजनों के साथ तहेदिल से मेरी संवेदनाएं हैं'.
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