पुरुलिया (पश्चिम बंगाल):
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया सदर देबेन महतो अस्पताल में गत शुक्रवार से लेकर अब तक 13 बच्चों की मौत हो चुकी है।
अस्पताल की अधीक्षक नीलांजना सेन ने कहा कि अधिकतर बच्चे शून्य से 11 महीने तक की उम्र के थे।
शुक्रवार को आठ मौतें हुईं। शनिवार को तीन और रविवार को दो बच्चों की मौत हुई।
अधीक्षक ने बताया कि इन बच्चों को ब्लॉक स्तर के अस्पतालों से सदर अस्पताल लाया गया था। ये बच्चे कम वजन, कुपोषण, पानी की कमी और मेनिनजाइटिस जैसी समस्याओं से ग्रस्त थे।
इस तरह के मरीजों के इलाज में सदर अस्पताल की कठिनाइयों का हवाला देते हुए अधीक्षक ने कहा कि नवजात शिशु इकाई में केवल 10 बिस्तर हैं जिन्हें बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि ब्लॉक स्तर के अस्पतालों से हर रोज औसतन 15-20 बच्चे सदर अस्पताल रेफर किए जाते हैं।
अस्पताल की अधीक्षक नीलांजना सेन ने कहा कि अधिकतर बच्चे शून्य से 11 महीने तक की उम्र के थे।
शुक्रवार को आठ मौतें हुईं। शनिवार को तीन और रविवार को दो बच्चों की मौत हुई।
अधीक्षक ने बताया कि इन बच्चों को ब्लॉक स्तर के अस्पतालों से सदर अस्पताल लाया गया था। ये बच्चे कम वजन, कुपोषण, पानी की कमी और मेनिनजाइटिस जैसी समस्याओं से ग्रस्त थे।
इस तरह के मरीजों के इलाज में सदर अस्पताल की कठिनाइयों का हवाला देते हुए अधीक्षक ने कहा कि नवजात शिशु इकाई में केवल 10 बिस्तर हैं जिन्हें बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि ब्लॉक स्तर के अस्पतालों से हर रोज औसतन 15-20 बच्चे सदर अस्पताल रेफर किए जाते हैं।
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