भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार को ‘किसान विरोधी’ करार देते हुए कांग्रेस ने सोमवार को दिल्ली में भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं पुलिस ने कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज भी किया जब वह संसद की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे।
प्रधानमंत्री के खिलाफ ‘किसान विरोधी नरेन्द्र मोदी’ नारा लगाते हुए वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, राज बब्बर, रणदीप सुरजेवाला और युवा कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा बरार के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने यहां जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के भट्टा-परसौल गांव से शुक्रवार को पैदल मार्च शुरू हुआ था और कल रात यह यहां राजघाट पहुंचा।
भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना अधिनियम 2013 में पारदर्शिता एवं उचित मुआवजे के अधिकार के लिए प्रस्तावित संशोधन के लिए लाए गए विधेयक के लोकसभा में पारित होने के बाद इसे राज्यसभा में पेश किया जाएगा।
रमेश ने कहा, ‘‘संशोधनों के खिलाफ संसद और बाहर (हमारी) लड़ाई जारी रहेगी। हम इसके खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखेंगे।’’ विधेयक में सहमति के प्रावधान को ‘हटाने ’ के सरकार के कदम पर बब्बर ने आश्चर्य व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम पूरी तरह संशोधनों के खिलाफ हैं। (प्रस्तावित) कानून में किसानों को अपने जमीन के संबंध में निर्णय लेने का अधिकार नहीं है। अगर मैं आपसे केवल कलम लेता हूं तो भी आपसे पूछूंगा। तब कैसे किसी किसान से, जिसके लिए जमीन उसकी मां होती है, बिना (उसकी सहमति) के इसे दूसरे के हवाले करने को कैसे कहा जा सकता है।’’
सुरजेवाला ने कहा कि किसानों के साथ मिल कर कांग्रेस का यह आंदोलन मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र के ‘किसान विरोधी रवैये’ को बेनकाब कर सकें।
उन्होंने कहा ‘‘यह भट्टा-परसौल से संसद तक भारतीय युवक कांग्रेस (आईवाईसी) की रैली है। मोदी का काला कानून गायब हो जाएगा। भाजपा का किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हो जाएगा। कांग्रेस और किसान दोनों की जीत होगी।’’
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