योगेंद्र यादव को AAP की हरियाणा इकाई से भी बाहर करने की तैयारी

फाइल फोटो

चंडीगढ़:

आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किए जाने के बाद अब योगेंद्र यादव को हरियाणा के प्रभारी पद से भी चलता करने की तैयारी हो रही है। वैसे, एक तरफ पार्टी में अरविंद केजरीवाल के करीबी नवीन जयहिंद ने चंडीगढ़ में हरियाणा के मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया, जबकि दूसरी तरफ योगेंद्र यादव ने बंद कमरे में अपने समर्थकों के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा की।

मंगलवार को आम आदमी पार्टी की दो बैठकें हुईं, जिनमें से एक योगेंद्र यादव ने अपने समर्थकों के साथ की, जिसमें पार्टी की हरियाणा इकाई के तमाम नेता मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी आम आदमी पार्टी की टोपी नहीं पहनी थी। इनमें प्रदेश संयोजक डॉ आशवंत गुप्ता और सह संयोजक परमजीत सिंह भी शामिल हैं। योगेंद्र यादव के साथ बैठक में ऐसे चेहरे भी नज़र आए, जिन्हें हाल ही में पार्टी से सस्पेंड किया गया है। पार्टी की पंजाब इकाई से हाल ही में सस्पेंड किए गए प्रो. मंजीत सिंह ऐसा ही एक प्रमुख चेहरा थे।

बैठक में योगेंद्र यादव ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर निशाना साधा, और कहा, पार्टी में आंतरिक स्वराज होना चाहिए। उन्होंने कहा, सिर्फ जीत के लिए राजनीति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि राजनीति में जीतना ही सब कुछ नहीं होता। वैसे भी, बाकी पार्टियां भी यही सब कर रही हैं।

वहीं, हरियाणा के ज्वलंत मुद्दों को लेकर पार्टी की एक और मीटिंग हुई, जिसके तहत कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की बीजेपी सरकार से किसानों को मुआवज़ा देने और ईमानदार अफसरों के तबादले रोकने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया, जिसके बाद नवीन जयहिंद की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी। जयहिंद ने साफ कहा कि उनका कार्यक्रम पार्टी से अधिकृत है, जबकि योगेंद्र यादव ने कोई निजी बैठक बुलाई होगी।

इशारा साफ है। योगेंद्र यादव और उनके प्रभाव वाली प्रदेश इकाई के पदाधिकारियों को किनारे लगाने की मुहिम तेज हो गई है। योगेंद्र यादव ने 14 अप्रैल को गुड़गांव में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है, जिसे उनका शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है, लेकिन केजरीवाल गुट को यह रास नहीं आ रहा। आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता आशुतोष ने भी कहा कि 14 तारीख को मीटिंग किस मकसद से बुलाई गई है, इसका खुलासा होना चाहिए।

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इससे पहले भी, 15 फरवरी को जब योगेंद्र यादव ने चंडीगढ़ में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक रखी थी तो नवीन जयहिंद ने रोहतक में कार्यकर्ताओं की समानांतर मीटिंग आयोजित की थी।