'आप' के बागी नेता योगेंद्र यादव ने 'कारण बताओ' नोटिस को मजाक करार दिया


नई दिल्ली : पार्टी से निष्कासन निकट होने के साथ 'आप' के बागी नेता योगेंद्र यादव ने सोशल मीडिया के जरिये पार्टी पर हमला बोलते हुए उन्हें मिले 'कारण बताओ' नोटिस को मजाक करार दिया।

उन्होंने यह भी पूछा कि 'कारण बताओ' नोटिस प्राप्त होने से पहले ही इसका ब्योरा मीडिया को कैसे मिल गया। योगेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि इसे पार्टी की अनुशासन समिति ने लीक किया है।

उन्होंने हैरानी जताई कि अध्यक्ष दिनेश वाघेला को शामिल किए बिना राष्ट्रीय अनुशासन समिति ने कदम कैसे उठाया। योगेंद्र यादव ने दावा किया कि टेलीफोन पर हुई बाचीत में वाघेला, जो 'दिल्ली में नहीं हैं', ने उनसे कहा था कि समिति को अभी मामले पर विचार करना है।

यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा, कल शाम मैंने अनुशासन समिति के अध्यक्ष श्री वाघेला से बात की थी। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में नहीं हैं और टीवी खबर को छोड़कर हमें भेजे जाने वाले किसी संभावित 'कारण बताओ' नोटिस के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। अभी तक, उनके पास कुछ नहीं भेजा गया है। उन्होंने कहा कि वाघेला ने न्याय के प्राथमिक सिद्धांत के उल्लंघन के मुद्दे को देखने का वादा किया था।

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योगेंद्र यादव ने कहा कि उन्हें संवेदनशील सूचना मीडिया को देने के मुद्दे पर नोटिस भेजा गया, लेकिन मजे की बात यह है कि उन्हें नोटिस भेजे जाने की यह सूचना खुद मीडिया से मिली। उन्होंने कहा, रात 10 बजे तक मीडिया को सभी चार पत्रों के कंटेंट के बारे में पहले ही जानकारी मिल चुकी थी। क्या समिति के किसी सदस्य को छोड़कर किसी और ने इसे लीक किया?