भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत उगो अस्तुतो ने मंगलवार को कहा कि संघ कश्मीर में स्थिति को लेकर चिंतित है और वहां आवाजाही की आजादी देना तथा हालात सामान्य करना बहुत महत्वपूर्ण है. राजदूत ने यह भी कहा कि यूरोपीय संसद के सदस्यों (एमईपी) की कश्मीर यात्रा यूरोपीय संघ के नीतिगत फैसलों की अभिव्यक्ति नहीं है. अस्तुतो ने कहा, ‘‘हम कश्मीर में हालात को लेकर चिंतित हैं.... कश्मीर में आवाजाही की आजादी और सामान्य हालात बहाल करना आवश्यक है.''
नागरिकता संशोधन विधेयक के संबंध में अस्तुतो ने कहा कि समानता का सिद्धांत भारतीय संविधान में प्रतिष्ठापित है और आशा करते हैं कि उसका सम्मान किया जाएगा. सीमा पार से होने वाले आतंकवाद के संबंध में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को उसकी धरती से गतिविधियां चलाने वाले चरमपंथियों और आतंकवादियों के खिलाफ अवश्य कार्रवाई करनी चाहिए. अस्तुतो ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहिए.
Video: कश्मीर में इंटरनेट बंदी से परेशान छात्र
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं