
प्रतीकात्मक चित्र
सालबोनी:
पश्चिम बंगाल के सालबोनी की मुद्रा प्रिंटिंग प्रेस में पिछले कई दिनों से लगातार नोट छपाई का काम चल रहा है. दिन-रात काम करते रहने से नोटों को छाप रहे लोगों का शरीर जवाब देने लगा है. यहां कर्मचारी लगातार बीमार हो रहे हैं. काम के बोझ के तले दबे कर्मचारियों ने ओवरटाइम करने से साफ इनकार कर दिया है. प्रेस के कर्मचारियों के एक वर्ग ने अधिकारियों को सूचित किया है कि वे नौ घंटे से अधिक समय तक काम नहीं करेंगे.
भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (बीआरबीएनएमपीएल) के कर्मचारी संघ ने अधिकारियों को एक नोटिस जारी कर कहा है कि 14 दिसंबर से लगातार ओवरटाइम शिफ्ट में काम करने की वजह से उनके कई सदस्य बीमार पड़ गए हैं.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद और संघ के अध्यक्ष सिसिर अधिकारी ने कहा कि मैसूर और सालबोनी में मुद्रा प्रिंटिंग प्रेस के कई कर्मचारी बीमार पड़ गए हैं. 14 दिसंबर से सभी कर्मचारियों को अधिकारियों द्वारा 12 घंटे की शिफ्ट में काम करने के लिए मजबूर किया गया ताकि नकदी की कमी पूरी की जा सके.
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लगातार काम करते रहने से उनके परिवार पर भी इसका उल्टा असर पड़ रहा है. लोगों के पारिवारिक व सामाजिक काम-काज प्रभावित हो रहे हैं.
भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (बीआरबीएनएमपीएल) के कर्मचारी संघ ने अधिकारियों को एक नोटिस जारी कर कहा है कि 14 दिसंबर से लगातार ओवरटाइम शिफ्ट में काम करने की वजह से उनके कई सदस्य बीमार पड़ गए हैं.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद और संघ के अध्यक्ष सिसिर अधिकारी ने कहा कि मैसूर और सालबोनी में मुद्रा प्रिंटिंग प्रेस के कई कर्मचारी बीमार पड़ गए हैं. 14 दिसंबर से सभी कर्मचारियों को अधिकारियों द्वारा 12 घंटे की शिफ्ट में काम करने के लिए मजबूर किया गया ताकि नकदी की कमी पूरी की जा सके.
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लगातार काम करते रहने से उनके परिवार पर भी इसका उल्टा असर पड़ रहा है. लोगों के पारिवारिक व सामाजिक काम-काज प्रभावित हो रहे हैं.
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