
गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर अमेरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा जब अपनी पत्नी मिशेल ओबामा के साथ भारत के तीन दिवसीय दौरे पर आएंगे तब शायद ऐसा पहला मौका होगा जब वे अमेरीकी 'बीस्ट' को नज़रअंदाज या उस पर यात्रा नहीं करेंगे।
राजपथ के वीवीआईपी इनक्लोज़र के नज़दीक, जहाँ से ओबामा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गणतंत्र दिवस का परेड देखेंगे, वहाँ 7 परतों में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जा रहा है।
राजपथ के आसपास के पूरे इलाके के एयरस्पेस की निगरानी एक खासतौर पर बनाया गया रडार करेगा, पूरी दिल्ली को एक अभेद किले में परिवर्तित किया जा रहा है ताकि पहली बार विशेष अतिथि के तौर पर भारत आ रहे अमेरीकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में कोई कमी नहीं रह जाए।
परेड देखने के दौरान ओबामा तक़रीबन 2 घंटे के लिए खुले आकाश के नीचे बने प्लेटफार्म पर मौजूद रहेंगे, इसलिए पूरी संभावना है कि वीवीआईपी एन्कलोज़र को बुलेट प्रूफ सुरक्षा घेरा में रखा जाए।
ये भी मुमकिन है मुख्य अतिथि ओबामा राजपथ पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ उनके 'कैवलकाड' यानि काफ़िले में ना आकर, अपनी खुद की बुलेट प्रूफ लिमोज़ीन में आए, लेकिन अगर वो प्रोटोकॉल को मानते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ आते हैं तो शायद ओबामा पहले ऐसे अमेरीकी राष्ट्रपति होंगे जो अपनी परंपरागत अतिसुरक्षित 'बीस्ट' पर यात्रा नहीं करेंगे।
'बीस्ट' अमरीकी राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल किया जानेवाला आधिकारिक स्टेट कार है, जिसे अमेरीकी राष्ट्रपति के कारवां में शामिल होने की आधिकारिक अनुमति मिली होती है। साल 1930 से ही अमरीकी संघ ने राष्ट्रपति के द्वारा इस्तेमाल किये जाने के लिए कुछ ख़ास कारों को नियुक्त कर रखा है, जिनमें अत्याधुनिक और उच्च दर्जे के कम्यूनिकेशन की उपकरणों के अलावा, सुविधा के ख़ास इंतज़ाम, प्लैटिनम प्लेट युक्त ख़ास सुरक्षाकवच और प्रतिरक्षा के ख़ास उपाय किए गए होते हैं। 'बीस्ट' काफ़िले में सिर्फ और सिर्फ अमरीकी गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है।
ओबामा और उनकी पत्नी की सुरक्षा के लिए एक मल्टी एजंसी कंट्रोलरुम का भी गठन किया गया है जिसे अलर्ट पर रखा गया है।
सबसे अह्म पहलू ओबामा के दौरे के दौरान किसी प्रकार के आतंकी हमले को बेकार करने की है, जिसकी संभावना फिलहाल कम है। दिल्ली और आगरा पहुंचे अमेरीकी सीक्रेट सर्विस विभाग के अधिकारियों ने उन सभी इलाकों का निरीक्षण शुरु कर दिया है, जहाँ-जहाँ से ओबामा के गुज़रने की पूरी संभावना है।
अधिकारियों के अनुसार एलीट स्पेशल ग्रुप और सीक्रेट स्रवीसेज़ के अधिकारी इस सात परतों वाली सुरक्षा व्यवस्था में एक क्लोज़ प्रोक्सिमिटी रिंग का हिस्सा होंगे जो हमेशा ओबामा के आसपास रहेगा।
सेंट्रल सिक्योरिटी एजेंसीज़ के कैट स्कवॉड राजधानी पहुंच चुके हैं, जो होटलों और अन्य जगहों पर अकस्मात चेकिंग करते रहेंगे।
आईटीसी मॉर्या शेरेटॉन होटल जहाँ ओबामा ठहरने वाले हैं उसे पहले ही अमेरीकी अधिकारियों ने अपनी निगरानी में ले लिया है। इस दौरान ये लोग उन 15,000 सीसीटीवी कैमरा पर नज़र रखेंगे जिसे दिल्ली के विभिन्न कोनों और रिहर्सल वाली जगहों पर लगाया गया है। वायुसीमा का उल्लंघन रोकने के लिए एंटी एयरक्राफ्ट गन्स भी तैनात किये गए हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं