मुंबई:
पुलिस की अब मुंबई के दिल पर चौकन्नी नजर है। जरिया बना है शहर के बीच वाले इलाके दादर पर नजर रखता CCTV नेटवर्क। निजी कंपनियों की मदद से यह CCTV नेटवर्क पुलिस के लिए तैयार हुआ है। इस वजह से शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन शहर का ऐसा पहला पुलिस स्टेशन है जिसके पास यह सुविधा उपलब्ध है।
गुरुवार को इस नेटवर्क की शुरुआत की गई। MNS अध्यक्ष राज ठाकरे इस मौके पर मुख्य अतिथि थे। उनका घर इसी पुलिस स्टेशन के दायरे में आता है। तब संवाददाताओं से बात करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि, हर काम सरकार करेगी यह रवैया ठीक नहीं। कुछ जिम्मेदारी हमारी भी हैं और हम उसे पूरी कर रहे हैं।
मुम्बई का दादर वो उपनगर है जहां रैली के ऐतिहासिक मैदान शिवाजी पार्क के अलावा, डॉ आंबेडकर का समाधि स्थल चैत्यभूमि और पर्यटन केंद्र दादर चौपाटी आकर्षण के प्रमुख केंद्र हैं। जिसके चलते शहर के बीचोंबीच बसा यह इलाका राजनीतिक और पर्यटन के लिहाज से काफी संवेदनशील है। साथ ही यहां लाखों लोग और वाहनों की आवाजाही सतत रहती है।
स्थानीय पार्षद संदीप देशपांडे ने NDTV इंडिया से बात करते हुए कहा कि, इलाके में चैन स्नैचिंग की और अन्य वारदातें बढ़ रही थीं। उसकी रोकथाम के लिए हमने CSR के जरिए करीब 10 लाख रुपए की लागत से यह CCTV पुलिस को लगवाकर दिए हैं।
CCTV फुटेज की निगरानी के लिए थाने में एक स्वतंत्र कंट्रोल रूम बनाया गया है। थानेदार अशोक जगदाले उस पर नियंत्रण रखेंगे। उन्होंने बताया कि पुलिस स्टेशन के इलाके को कवर करने के लिए 19 कैमरे लगाए गए हैं। इनके जरिए पुलिस की निगरानी चौबीसों घंटे जारी रहेगी।
वैसे इस बात को भूला नहीं जा सकता कि, 26/11 के आतंकी हमले के बाद अब तक पूरी मुम्बई सरकारी CCTV नेटवर्क लगने का इन्तजार कर रही है।
गुरुवार को इस नेटवर्क की शुरुआत की गई। MNS अध्यक्ष राज ठाकरे इस मौके पर मुख्य अतिथि थे। उनका घर इसी पुलिस स्टेशन के दायरे में आता है। तब संवाददाताओं से बात करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि, हर काम सरकार करेगी यह रवैया ठीक नहीं। कुछ जिम्मेदारी हमारी भी हैं और हम उसे पूरी कर रहे हैं।
मुम्बई का दादर वो उपनगर है जहां रैली के ऐतिहासिक मैदान शिवाजी पार्क के अलावा, डॉ आंबेडकर का समाधि स्थल चैत्यभूमि और पर्यटन केंद्र दादर चौपाटी आकर्षण के प्रमुख केंद्र हैं। जिसके चलते शहर के बीचोंबीच बसा यह इलाका राजनीतिक और पर्यटन के लिहाज से काफी संवेदनशील है। साथ ही यहां लाखों लोग और वाहनों की आवाजाही सतत रहती है।
स्थानीय पार्षद संदीप देशपांडे ने NDTV इंडिया से बात करते हुए कहा कि, इलाके में चैन स्नैचिंग की और अन्य वारदातें बढ़ रही थीं। उसकी रोकथाम के लिए हमने CSR के जरिए करीब 10 लाख रुपए की लागत से यह CCTV पुलिस को लगवाकर दिए हैं।
CCTV फुटेज की निगरानी के लिए थाने में एक स्वतंत्र कंट्रोल रूम बनाया गया है। थानेदार अशोक जगदाले उस पर नियंत्रण रखेंगे। उन्होंने बताया कि पुलिस स्टेशन के इलाके को कवर करने के लिए 19 कैमरे लगाए गए हैं। इनके जरिए पुलिस की निगरानी चौबीसों घंटे जारी रहेगी।
वैसे इस बात को भूला नहीं जा सकता कि, 26/11 के आतंकी हमले के बाद अब तक पूरी मुम्बई सरकारी CCTV नेटवर्क लगने का इन्तजार कर रही है।