चंडीगढ़:
हरियाणा के आईएएस अफसर डॉ अशोक खेमका का चकबंदी महकमे से तबादला कर दिया गया है।अपने 80 दिनों के कायर्काल में डॉ खेमका ने गुड़गांव में बिल्डरों को ट्रांसफर की गई करोड़ों रुपये की पंचायती जमीन में घोटाला उजागर किया था।
इसके बाद गांववालों की याचिका पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने दो पूर्व अफसरों के उन आदेशों को रद्द कर दिया, जिनमें 150 कनाल पंचायती जमीन की अदला-बदली बिल्डरों की बंजर जमीन के साथ की गई थी। डॉ खेमका इस बारे में कोर्ट में बिल्डर, बाबू और नेताओं की सांठगाठ की आशंका भी जता चुके हैं।
उन्होंने मुख्यसचिव को चिट्ठी लिखकर अपने तबादले का विरोध किया है। इससे पहले भी डॉ खेमका हारट्रॉन के एमडी के पद पर सिर्फ 50 दिन ही टिक पाए थे, लेकिन इसी दौरान उन्होंने कई घोटाले उजागर किए।
इसके बाद गांववालों की याचिका पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने दो पूर्व अफसरों के उन आदेशों को रद्द कर दिया, जिनमें 150 कनाल पंचायती जमीन की अदला-बदली बिल्डरों की बंजर जमीन के साथ की गई थी। डॉ खेमका इस बारे में कोर्ट में बिल्डर, बाबू और नेताओं की सांठगाठ की आशंका भी जता चुके हैं।
उन्होंने मुख्यसचिव को चिट्ठी लिखकर अपने तबादले का विरोध किया है। इससे पहले भी डॉ खेमका हारट्रॉन के एमडी के पद पर सिर्फ 50 दिन ही टिक पाए थे, लेकिन इसी दौरान उन्होंने कई घोटाले उजागर किए।
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