मेरे खिलाफ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के लिए विधायकों पर डाला जा रहा है दबाव : योगेन्‍द्र यादव

योगेंद्र यादव की फाइल फोटो

नई दिल्‍ली:

आम आदमी पार्टी के नेता योगेन्द्र यादव ने मंगलवार को पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में पार्टी के विधायकों पर उनके और प्रशांत भूषण के खिलाफ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव डाला जा रहा है।

उन्होंने कहा कि देश को जल्द ही पूरे सच का पता चल जाएगा। यादव ने पार्टी नेतृत्व को चुनौती दी कि वह इन आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया सार्वजनिक करें। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं मनीष सिसौदिया, गोपाल राय, पंकज गुप्ता और संजय सिंह द्वारा शांति भूषण, योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण पर पार्टी को हराने के लिए काम करने और अरविन्द केजरीवाल की छवि को धूमिल करने के आरोप लगाए जाने के बाद यादव का यह बयान सामने आया है।

आप नेता ने कहा, ‘उन्हें हमारे खिलाफ बोलने के लिए या हमारे खिलाफ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए दिल्ली के विधायकों पर दबाव नहीं डालना चाहिए।’ आप नेता ने कहा, ‘उम्मीद है कि इस बयान से सभी लांछन, आरोपबाजी खत्म हो जाएगी। उम्मीद है कि इस मुद्दे पर पार्टी कार्यकर्ताओं और दिल्ली के विधायकों के साथ जबर्दस्ती नहीं की जाएगी। उम्मीद है कि प्रशांत भूषण और मेरी प्रतिक्रिया भी पार्टी मीडिया में जारी करेगी। उम्मीद है कि पार्टी के बेवसाइट को सभी कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया के लिए खोल दिया जाएगा।’

योगेन्द्र यादव ने कहा कि पार्टी का आंतरिक लोकपाल किसी भी सदस्य के खिलाफ किसी भी तरह के आरोपों की जांच कर सकता है। आप नेता ने कहा, ‘इस मामले में, जबकि लोकपाल ने पहले ही एक पत्र लिख कर इसकी जांच करने की अपनी मंशा जता दी है तो उन्हें ऐसा करने दिया जाए। सच्‍चाई की जीत होगी।’

आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भूषण ने कहा कि वह पार्टी में लोकतंत्र, पारदर्शिता, स्वराज और उत्तरदायित्व के लिए लगातार संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम लोग एक और राजनीतिक पार्टी नहीं बनाएंगे, जो किसी तरह से चुनाव जीतने की सिर्फ एक मशीन बन जाए।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि देश को इस मामले की पूरी सच्‍चाई के बारे में जानना चाहिए। बहुत जल्द, वे पूरी सच्‍चाई को जान जाएंगे।’

वरिष्ठ वकील और आप नेता ने कहा, ‘यह अच्छा है कि जो कुछ भी कहा जा रहा है वह दूसरे लोग इशारों में कह रहे हैं और जो आरोप लगाए गए हैं वो अब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लगाए जा रहे हैं।’ दिल्ली इकाई के संयोजक आशुतोष ने कहा कि पार्टी में ‘न्यूनतम अनुशासन’ जरूरी है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति महत्वपूर्ण है, लेकिन संगठन हर किसी से बड़ा है। आशुतोष ने ट्वीट किया, ‘अगर न्यूनतम अनुशासन नहीं होगा तो कोई भी संगठन खड़ा नहीं रह सकता। व्यक्ति का महत्व है लेकिन संगठन सभी से बड़ा है।’


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