प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
मुश्किलों का सामना कर रहे किसानों के लिए राहत प्रदान करने वाली एक खबर में मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि दो वर्षों के अंतराल के बाद इस साल मानसून बेहतर रह सकता है, क्योंकि अल नीनो का प्रभाव कम हो रहा है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव एम राजीवन ने कहा, 'इस साल बेहतर मानसून रहने की हमें उम्मीद है, क्योंकि अल नीनो प्रभाव कम हो रहा है। पिछले साल यह काफी तीव्र था जिस वजह से मानसून प्रभावित हुआ।' उन्होंने हालांकि आगे टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि विभाग अप्रैल में अपना शुरुआती पूर्वानुमान रिपोर्ट जारी करेगा।
देश में पिछले दो साल के दौरान मानसून के दौरान कम बारिश हुई, जिससे जिससे कई हिस्सों में सूखे की स्थिति पैदा हो गई। अल नीनो प्रभाव के कारण 2015 में भी मानसून प्रभावित हुआ। इस वजह से सर्दी भी कम पड़ी और तापमान असामान्य रूप से अधिक रहा।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव एम राजीवन ने कहा, 'इस साल बेहतर मानसून रहने की हमें उम्मीद है, क्योंकि अल नीनो प्रभाव कम हो रहा है। पिछले साल यह काफी तीव्र था जिस वजह से मानसून प्रभावित हुआ।' उन्होंने हालांकि आगे टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि विभाग अप्रैल में अपना शुरुआती पूर्वानुमान रिपोर्ट जारी करेगा।
देश में पिछले दो साल के दौरान मानसून के दौरान कम बारिश हुई, जिससे जिससे कई हिस्सों में सूखे की स्थिति पैदा हो गई। अल नीनो प्रभाव के कारण 2015 में भी मानसून प्रभावित हुआ। इस वजह से सर्दी भी कम पड़ी और तापमान असामान्य रूप से अधिक रहा।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
मानसून, मौसम विभाग, किसान, सूखा प्रभावित किसान, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, Monsoon, Indian Meterological Department, Drought-hit Farmers, Ministry Of Earth Sciences (MoES)