राजधानी दिल्ली में बुधवार को दिन भर धूल भरी हवा चलती रही.
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एक बार फिर वायु प्रदूषण से घिर गई है. बुधवार को शहर धूल के गुबार से घिरा रहा. दूसरी ओर देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में बारिश कहर ढा रही है. भारी बारिश के चलते त्रिपुरा और मणिपुर में बाढ़ आने से हजारों लोग बेघर हो गए.
उत्तर भारत बुधवार को भी लू से तपता रहा और दिल्ली में धूल भरी गर्म हवाओं के कारण वायु की गुणवत्ता के स्तर में गिरावट दर्ज की गई. राजधानी में बुधवार को भी गर्मी कहर ढाती रही. यहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 41.2 डिग्री सेल्सियस और 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक पीएम 10 का स्तर खतरे के निशान से बेहद अधिक दर्ज किया गया. दिल्ली-एनसीआर में यह 778 और विशेषकर दिल्ली में 824 दर्ज किया गया.
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अधिकारियों ने बताया कि पूर्वात्तर में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. असम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हजारों लोग बेघर हो गए हैं. केरल में दो और लोगों की मौत के साथ बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या 23 हो गई है.
पूर्वोत्तर में भारी बारिश के कारण अकेले त्रिपुरा में ही 24 घंटे में 3500 परिवार बेघर हो गए. अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को सुबह से पश्चिमी त्रिपुरा के सदर उप क्षेत्र में 500 से अधिक परिवारों के मकान बाढ़ में डूब जाने के कारण उन्हें छह राहत शिविरों में ले जाया गया. राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (एसईओसी) की रिपोर्ट के अनुसार 3500 परिवारों को 89 राहत शिविरों में ले जाया गया है.
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अधिकारियों के मुताबिक मणिपुर में 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण इम्फाल घाटी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई. वहीं पूर्वी इम्फाल, पश्चिमी इम्फाल, थौबल और बिष्णुपुर लगभग डूब गए. सामान्य प्रशासन विभाग ने सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने की घोषणा कर दी.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार लगातार हो रही बारिश के कारण असम के 222 गांवों में 1,48,912 लोग प्रभावित हुए हैं. नाधर क्षेत्र में लोंगाई नदी से पानी बाहर आने के कारण करीमगंज की बराक घाटी सबसे अधिक प्रभावित हुई है. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने जिले से 124 लोगों को निकाला है. अधिकारियों ने 71 राहत शिविर सक्रिय कर दिए हैं. मौसम विभाग ने मेघालय और असम में और बारिश होने के साथ ही नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है.
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उत्तरी भारत में तेज गर्मी जारी है. मौसम विभाग ने कहा है कि पंजाब में लू चलना बुदवार को भी जारी रहा. पटियाला में तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह पटियाला का इस मौसम का सबसे गर्म दिन था. मौसम विभाग ने बताया कि राजस्थान का चुरू सबसे प्रदश में सबसे गर्म रहा जहां न्यूनतम तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
VIDEO : दिल्ली में खतरनाक प्रदूषण
हिमाचल प्रदेश के निचले इलाकों में तापमान एक डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया. शिवालिक तलहटी में उना शहर में तापमान सबसे अधिक 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. हालांकि कुछ इलाकों में बारिश भी हुई. सालोनी में 31 मिमी, छत्री में 16 मिमी, चंबा में 6 मिमी और धर्मशाला और जोगिन्द्रनगर में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई. जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री अधिक 43.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हालांकि मौसम विभाग ने शुक्रवार को गर्म हवाओं के कम होने के साथ ही जम्मू क्षेत्र के अधिकतर हिस्सों में मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान लगाया है.
(इनपुट भाषा से)
उत्तर भारत बुधवार को भी लू से तपता रहा और दिल्ली में धूल भरी गर्म हवाओं के कारण वायु की गुणवत्ता के स्तर में गिरावट दर्ज की गई. राजधानी में बुधवार को भी गर्मी कहर ढाती रही. यहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 41.2 डिग्री सेल्सियस और 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक पीएम 10 का स्तर खतरे के निशान से बेहद अधिक दर्ज किया गया. दिल्ली-एनसीआर में यह 778 और विशेषकर दिल्ली में 824 दर्ज किया गया.
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अधिकारियों ने बताया कि पूर्वात्तर में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. असम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हजारों लोग बेघर हो गए हैं. केरल में दो और लोगों की मौत के साथ बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या 23 हो गई है.
पूर्वोत्तर में भारी बारिश के कारण अकेले त्रिपुरा में ही 24 घंटे में 3500 परिवार बेघर हो गए. अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को सुबह से पश्चिमी त्रिपुरा के सदर उप क्षेत्र में 500 से अधिक परिवारों के मकान बाढ़ में डूब जाने के कारण उन्हें छह राहत शिविरों में ले जाया गया. राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (एसईओसी) की रिपोर्ट के अनुसार 3500 परिवारों को 89 राहत शिविरों में ले जाया गया है.
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अधिकारियों के मुताबिक मणिपुर में 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण इम्फाल घाटी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई. वहीं पूर्वी इम्फाल, पश्चिमी इम्फाल, थौबल और बिष्णुपुर लगभग डूब गए. सामान्य प्रशासन विभाग ने सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने की घोषणा कर दी.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार लगातार हो रही बारिश के कारण असम के 222 गांवों में 1,48,912 लोग प्रभावित हुए हैं. नाधर क्षेत्र में लोंगाई नदी से पानी बाहर आने के कारण करीमगंज की बराक घाटी सबसे अधिक प्रभावित हुई है. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने जिले से 124 लोगों को निकाला है. अधिकारियों ने 71 राहत शिविर सक्रिय कर दिए हैं. मौसम विभाग ने मेघालय और असम में और बारिश होने के साथ ही नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है.
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हिमाचल प्रदेश के निचले इलाकों में तापमान एक डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया. शिवालिक तलहटी में उना शहर में तापमान सबसे अधिक 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. हालांकि कुछ इलाकों में बारिश भी हुई. सालोनी में 31 मिमी, छत्री में 16 मिमी, चंबा में 6 मिमी और धर्मशाला और जोगिन्द्रनगर में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई. जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री अधिक 43.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हालांकि मौसम विभाग ने शुक्रवार को गर्म हवाओं के कम होने के साथ ही जम्मू क्षेत्र के अधिकतर हिस्सों में मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान लगाया है.
(इनपुट भाषा से)
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