
नई दिल्ली:
पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने कहा कि उनका मुल्क भारत के साथ शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहता है। मलिक ने मुंबई हमलों के मुद्दे पर कहा कि उन्होंने स्पष्ट रूप से इस बात का जिक्र किया है कि पाकिस्तान और भारत को अदालत के आदेशों का सम्मान करना होगा।
भारत के अनुसार मुंबई हमले का आरोपी हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर पूछे गए सवाल के जवाब में मलिक ने कहा कि सईद को तीन बार गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन अभी तक हमें सिर्फ डोजियर के माध्यम से जानकारी ही दी गई है, कोई सबूत नहीं। अगर कोई सबूत दिया जाता है तो वापस जाकर मैं पुन: हाफिज सईद की गिरफ्तारी करवाऊंगा।
मलिक ने यहां पहुंचने पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने मामले की पड़ताल नहीं की है। यह अभी मेरे संज्ञान में आया है। मैं उस लड़के, उस सैनिक के पिता से मिलकर बेहद खुश होउंगा और उनसे हाथ मिलाऊंगा तथा यह जानना चाहूंगा कि वाकई क्या हुआ था।’’ मलिक ने कहा, ‘‘खासतौर पर जब सीमा पर लड़ाई चल रही हो तो हम वाकई नहीं जानते कि उनकी मृत्यु पाकिस्तान की ओर से दागी गई गोली के लगने से हुई या मौसम के कारण हुई।’’
पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश मुम्बई में हुए 26/11 हमले के दोषियों को सजा दिलाने को लेकर कटिबद्ध है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनका देश बाबरी मस्जिद विध्वंस सहित इसके जैसी दुखद घटनाएं नहीं चाहता।
मलिक ने केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे की उपस्थिति में कहा, "हम 26/11, मुम्बई बम धमाके और समझौता एक्सप्रेस विस्फोट नहीं चाहते। हम बाबरी मस्जिद मामला भी नहीं चाहते।"
मुम्बई हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सरकार ने इस सिलसिले में कार्रवाई की है। इसी का नतीजा है कि सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 20 अन्य को आपराधिक भगोड़ा घोषित किया गया है।
उन्होंने कहा, "हम इस मामले में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। वह दिन दूर नहीं जब आप दोषियों पर कार्रवाई होते देखेंगे।"
भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए पाकिस्तान के गहमंत्री रहमान मलिक शुक्रवार को यहां तीन घंटे देर से पहुंचे क्योंकि उन्होंने कार्यक्रम में थोड़ी तब्दीली करते हुए पाकिस्तान की वायुसेना (पीएएफ) का विमान लिया जिसके लिए भारतीय पक्ष से ताजा अनापत्ति की जरूरत पड़ी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ने भारत को शुक्रवार को देर रात ही बताया कि मलिक 13 सदस्यीय सरकारी प्रतिनिधिमंडल एवं पांच मीडियाकर्मियों के साथ पीएएफ के विमान से जाएंगे।
सूत्रों ने बताया कि मलिक के कार्यक्रम का विवरण सौंपने के दौरान पाकिस्तान ने भारत को बताया था कि वह विशेष विमान से यात्रा करेंगे। उसके बाद यहां प्रशासन ने पालम तकनीकी क्षेत्र में विमान के उतरने के लिए मंजूरी दी।
निर्धारित प्रक्रिया और अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार सैन्य विमान के उपयोग की स्थिति में भारतीय वायुसेना को इस बात की जांच करनी थी कि चालक दल के कितने सदस्य हैं और विमान पर कौन से उपकरण हैं।
पाकिस्तानी पक्ष से सारा ब्यौरा मिलने के बाद विमान को उतरने की इजाजत दी गई लेकिन हवाई अड्डे के नागरिक क्षेत्र में न कि तकनीकी क्षेत्र में। मलिक को दोपहर दो बजे यहां पहुंचना था लेकिन वह शाम छह बजे पहुंचे।
(इनपुट भाषा से भी)
भारत के अनुसार मुंबई हमले का आरोपी हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर पूछे गए सवाल के जवाब में मलिक ने कहा कि सईद को तीन बार गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन अभी तक हमें सिर्फ डोजियर के माध्यम से जानकारी ही दी गई है, कोई सबूत नहीं। अगर कोई सबूत दिया जाता है तो वापस जाकर मैं पुन: हाफिज सईद की गिरफ्तारी करवाऊंगा।
मलिक ने यहां पहुंचने पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने मामले की पड़ताल नहीं की है। यह अभी मेरे संज्ञान में आया है। मैं उस लड़के, उस सैनिक के पिता से मिलकर बेहद खुश होउंगा और उनसे हाथ मिलाऊंगा तथा यह जानना चाहूंगा कि वाकई क्या हुआ था।’’ मलिक ने कहा, ‘‘खासतौर पर जब सीमा पर लड़ाई चल रही हो तो हम वाकई नहीं जानते कि उनकी मृत्यु पाकिस्तान की ओर से दागी गई गोली के लगने से हुई या मौसम के कारण हुई।’’
पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश मुम्बई में हुए 26/11 हमले के दोषियों को सजा दिलाने को लेकर कटिबद्ध है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनका देश बाबरी मस्जिद विध्वंस सहित इसके जैसी दुखद घटनाएं नहीं चाहता।
मलिक ने केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे की उपस्थिति में कहा, "हम 26/11, मुम्बई बम धमाके और समझौता एक्सप्रेस विस्फोट नहीं चाहते। हम बाबरी मस्जिद मामला भी नहीं चाहते।"
मुम्बई हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सरकार ने इस सिलसिले में कार्रवाई की है। इसी का नतीजा है कि सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 20 अन्य को आपराधिक भगोड़ा घोषित किया गया है।
उन्होंने कहा, "हम इस मामले में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। वह दिन दूर नहीं जब आप दोषियों पर कार्रवाई होते देखेंगे।"
भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए पाकिस्तान के गहमंत्री रहमान मलिक शुक्रवार को यहां तीन घंटे देर से पहुंचे क्योंकि उन्होंने कार्यक्रम में थोड़ी तब्दीली करते हुए पाकिस्तान की वायुसेना (पीएएफ) का विमान लिया जिसके लिए भारतीय पक्ष से ताजा अनापत्ति की जरूरत पड़ी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ने भारत को शुक्रवार को देर रात ही बताया कि मलिक 13 सदस्यीय सरकारी प्रतिनिधिमंडल एवं पांच मीडियाकर्मियों के साथ पीएएफ के विमान से जाएंगे।
सूत्रों ने बताया कि मलिक के कार्यक्रम का विवरण सौंपने के दौरान पाकिस्तान ने भारत को बताया था कि वह विशेष विमान से यात्रा करेंगे। उसके बाद यहां प्रशासन ने पालम तकनीकी क्षेत्र में विमान के उतरने के लिए मंजूरी दी।
निर्धारित प्रक्रिया और अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार सैन्य विमान के उपयोग की स्थिति में भारतीय वायुसेना को इस बात की जांच करनी थी कि चालक दल के कितने सदस्य हैं और विमान पर कौन से उपकरण हैं।
पाकिस्तानी पक्ष से सारा ब्यौरा मिलने के बाद विमान को उतरने की इजाजत दी गई लेकिन हवाई अड्डे के नागरिक क्षेत्र में न कि तकनीकी क्षेत्र में। मलिक को दोपहर दो बजे यहां पहुंचना था लेकिन वह शाम छह बजे पहुंचे।
(इनपुट भाषा से भी)
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