प्रतीकात्मक फोटो
कोलकाता:
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में सोमवार को 49 निर्वाचन क्षेत्रों में करीब 78.05 फीसदी मतदान हुआ, जो पिछले तीन चरणों से हो रहे उच्च मतदान के अनुकूल है। चुनाव संबंधी विभिन्न घटनाओं के सिलसिले में 229 लोग गिरफ्तार किए गए।
चुनाव आयोग ने नई दिल्ली में बताया कि चौथे चरण में दो जिलों की 49 विधानसभा सीटों पर 78.05 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ था। शाम पांच बजे तक उत्तरी 24 परगना जिले में 79.16 फीसदी तथा हावड़ा जिले में 75.46 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला। मतदान शाम छह बजे तक चला। अंतिम आंकड़ा मंगलवार को पता चलेगा।
हिंसा की छिटपुट घटनाएं
चुनाव आयोग में पश्चिम बंगाल के प्रभारी संदीप सक्सेना ने नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 78.05 फीसदी मतदान होने का आंकड़ा चुनाव अधिकारियों द्वारा शाम पांच बजे तक भेजे गए संदेशों पर आधारित हैं और यह प्रतिशत अंतिम आंकड़े आने पर बढ़ भी सकता है। उन्होंने कहा कि छिटपुट हिंसक घटनाओं को छोड़कर चुनाव कमोबेश सुचारू ढंग से संपन्न हो गया। सामने आए सभी मामलों में प्राथमिकियां दर्ज की गईं और अपराधियों को पकड़ने के लिए छापे डाले जा रहे हैं।
रूपा गांगुली के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
हावड़ा जिले में तीखी बहस के बाद तृणमूल कांग्रेस की एक कार्यकर्ता और उसकी मां को कथित रूप से धक्का देने और वोट डालने में बाधा डालने को लेकर बीजेपी नेता और अभिनेत्री रूपा गांगुली के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। टीवी कैमरे में गांगुली मतदान केंद्र के बाहर सोमा दास के हाथ को धक्का देते हुए नजर आ रही हैं। अपनी शिकायत में दास ने आरोप लगाया कि गांगुली ने उनपर हमला किया और मतदान नहीं करने को कहा। गांगुली हावड़ा उत्तरी सीट से बीजेपी प्रत्याशी हैं। रूपा गांगुली ने इन आरोपों से इनकार किया। उन्होंने दावा किया कि दरअसल तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ही उन्हें धक्का दिया।
229 लोग गिरफ्तार किए गए
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा ने बताया कि दिन के दौरान 229 गिरफ्तारियां की गईं, जिनमें 207 ऐहतियाती थीं। बारानगर के पीठासीन अधिकारी को ड्यूटी से हटा दिया गया, क्योंकि यह पाया गया कि वेब कैमरा गलत दिशा में लगाया गया था। मिनाखा में एक अन्य पीठासीन अधिकारी को बदल दिया गया। बारानगर में ही एक और चुनाव अधिकारी को हटा दिया गया, क्योंकि वह उसी निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुनील गुप्ता ने बताया कि इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है।
दमदम उत्तरी सीट से माकपा प्रत्याशी तन्मय भट्टाचार्य की कार पर किसी ने पत्थर फेंका, जिससे उनके हाथ में चोट लग गई। शर्मा ने बताया कि इस सिलसिले में चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं और सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि बीजपुर विधानसभा क्षेत्र में माकपा के एक समर्थक के परिवार ने आरोप लगाया कि रविवार रात साढ़े तीन साल की उनकी बेटी को किसी ने पीटा। घटना के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
तृणमूल कार्यकर्ताओं पर धक्कामुक्की का आरोप
बैरकपुर से माकपा के प्रत्याशी देबाशीष भौमिक ने आरोप लगाया कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उनके साथ धक्कामुक्की की जिसके बाद आठ लोग गिरफ्तार किए गए। पश्चिम बंगाल के माकपा सचिव सूर्यकांत मिश्र ने कहा, 'तृणमूल के हतोत्साहित असामाजिक तत्व सभी को निशाना बना रहे हैं। साढ़े तीन साल के बच्चे से लेकर वामपंथी उम्मीदवार तक। महिलाओं को भी नहीं बख्शा जा रहा है। जनता तृणमूल को बाहर का रास्ता दिखाकर जवाब देगी।' बीजेपी प्रत्याशी लॉकेट चटर्जी अरियादाह में पोलिंग एजेंट के साथ बहस करती हुई दिखीं, जहां वह अपना वोट डालने गई थीं।
चुनाव आयोग को मतदान के दौरान 4100 से अधिक शिकायतें मिलीं, जिनमें से ज्यादातर बूथ कैप्चर, झूठे मतदान, मतदाताओं को डराने धमकाने और ईवीएम के ठीक से काम नहीं करने से संबंधित थीं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
चुनाव आयोग ने नई दिल्ली में बताया कि चौथे चरण में दो जिलों की 49 विधानसभा सीटों पर 78.05 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ था। शाम पांच बजे तक उत्तरी 24 परगना जिले में 79.16 फीसदी तथा हावड़ा जिले में 75.46 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला। मतदान शाम छह बजे तक चला। अंतिम आंकड़ा मंगलवार को पता चलेगा।
हिंसा की छिटपुट घटनाएं
चुनाव आयोग में पश्चिम बंगाल के प्रभारी संदीप सक्सेना ने नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 78.05 फीसदी मतदान होने का आंकड़ा चुनाव अधिकारियों द्वारा शाम पांच बजे तक भेजे गए संदेशों पर आधारित हैं और यह प्रतिशत अंतिम आंकड़े आने पर बढ़ भी सकता है। उन्होंने कहा कि छिटपुट हिंसक घटनाओं को छोड़कर चुनाव कमोबेश सुचारू ढंग से संपन्न हो गया। सामने आए सभी मामलों में प्राथमिकियां दर्ज की गईं और अपराधियों को पकड़ने के लिए छापे डाले जा रहे हैं।
रूपा गांगुली के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
हावड़ा जिले में तीखी बहस के बाद तृणमूल कांग्रेस की एक कार्यकर्ता और उसकी मां को कथित रूप से धक्का देने और वोट डालने में बाधा डालने को लेकर बीजेपी नेता और अभिनेत्री रूपा गांगुली के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। टीवी कैमरे में गांगुली मतदान केंद्र के बाहर सोमा दास के हाथ को धक्का देते हुए नजर आ रही हैं। अपनी शिकायत में दास ने आरोप लगाया कि गांगुली ने उनपर हमला किया और मतदान नहीं करने को कहा। गांगुली हावड़ा उत्तरी सीट से बीजेपी प्रत्याशी हैं। रूपा गांगुली ने इन आरोपों से इनकार किया। उन्होंने दावा किया कि दरअसल तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ही उन्हें धक्का दिया।
229 लोग गिरफ्तार किए गए
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा ने बताया कि दिन के दौरान 229 गिरफ्तारियां की गईं, जिनमें 207 ऐहतियाती थीं। बारानगर के पीठासीन अधिकारी को ड्यूटी से हटा दिया गया, क्योंकि यह पाया गया कि वेब कैमरा गलत दिशा में लगाया गया था। मिनाखा में एक अन्य पीठासीन अधिकारी को बदल दिया गया। बारानगर में ही एक और चुनाव अधिकारी को हटा दिया गया, क्योंकि वह उसी निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुनील गुप्ता ने बताया कि इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है।
दमदम उत्तरी सीट से माकपा प्रत्याशी तन्मय भट्टाचार्य की कार पर किसी ने पत्थर फेंका, जिससे उनके हाथ में चोट लग गई। शर्मा ने बताया कि इस सिलसिले में चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं और सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि बीजपुर विधानसभा क्षेत्र में माकपा के एक समर्थक के परिवार ने आरोप लगाया कि रविवार रात साढ़े तीन साल की उनकी बेटी को किसी ने पीटा। घटना के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
तृणमूल कार्यकर्ताओं पर धक्कामुक्की का आरोप
बैरकपुर से माकपा के प्रत्याशी देबाशीष भौमिक ने आरोप लगाया कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उनके साथ धक्कामुक्की की जिसके बाद आठ लोग गिरफ्तार किए गए। पश्चिम बंगाल के माकपा सचिव सूर्यकांत मिश्र ने कहा, 'तृणमूल के हतोत्साहित असामाजिक तत्व सभी को निशाना बना रहे हैं। साढ़े तीन साल के बच्चे से लेकर वामपंथी उम्मीदवार तक। महिलाओं को भी नहीं बख्शा जा रहा है। जनता तृणमूल को बाहर का रास्ता दिखाकर जवाब देगी।' बीजेपी प्रत्याशी लॉकेट चटर्जी अरियादाह में पोलिंग एजेंट के साथ बहस करती हुई दिखीं, जहां वह अपना वोट डालने गई थीं।
चुनाव आयोग को मतदान के दौरान 4100 से अधिक शिकायतें मिलीं, जिनमें से ज्यादातर बूथ कैप्चर, झूठे मतदान, मतदाताओं को डराने धमकाने और ईवीएम के ठीक से काम नहीं करने से संबंधित थीं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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