गाजियाबाद:
'25 लाख दो तो तुम्हारा बच्चा तुम्हें लौटा देंगे! 10 लाख दो तो तुम्हारे बच्चे की हड्डियां तुम्हे मिल जाएंगी! जी हां... कुछ ऐसा ही सौदा गाज़ियाबाद में चल रहा था।
यह सौदा पहले दौर के लिए चार लाख रुपये में तय हुआ लेकिन सौदा करने वाले ने बच्चा जिंदा नहीं लौटाया। बाद में बच्चे की हड्डियों के लिए भी सौदा किया गया लेकिन सौदा होने से पहले ही आरोपी पकड़ लिया गया।
गाज़ियाबाद के मुरादनगर इलाके में स्थित भोपुर गांव में हुए इस वाकये के तहत मासूम का कंकाल बरामद कर लिया गया है।
दरअसल, भोपुर गांव का रहने वाला मासूम विशाल 23 जून को घर के पास से लापता हो गया था। इसके बाद काफी तलाश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद अगले दिन यानी 24 जून को विशाल के पिता के पास फिरौती के लिए फोन आया।
लेकिन, जब विशाल के पिता ने अपनी आर्थिक स्थिति कमज़ोर होने का हवाला देकर किडनैपर से बात की तो सौदा चार लाख में तय हुआ। विशाल के पिता ने इस बात की सूचना मुरादनगर पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज किए बगैर ही उन्हें लौटा दिया। ऐसे में किडनैपर को रकम देने के अलावा उनके पास कोई चारा नहीं था।
इस बीच, दिल्ली पुलिस को भी मामले की सूचना दी गई। दिल्ली पुलिस ने गाज़ियाबाद पुलिस से संपर्क भी साधा। लेकिन ढुलमुल रवैया अपना रही गाज़ियाबाद पुलिस ने मामला ही दर्ज नहीं किया। काफी मशक्कत के बाद 26 जून को मामला दर्ज किया गया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
दो दिन पहले किडनैपर ने फिर से फोन किया। फोन पर उसने कहा कि अब विशाल के पिता को उनका बच्चा जिंदा नहीं मिल सकता। उसकी हड्डियों के एवज में दस लाख रुपये देने होंगे। बात फिर चार लाख में तय हुई लेकिन इस बीच पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
सर्विलांस के माध्यम से आरोपी हिरासत में आए हैं और उन्होंने शुक्रवार को भोपुर गांव से विशाल की लाश को बरामद करवा दिया। ज़ाहिर है अगर पुलिस वक्त रहते कार्यवाई करती तो शायद विशाल की जान बच सकती थी...। हालांकि अभी तक इस मामले में पुलिस खामोश है।
यह सौदा पहले दौर के लिए चार लाख रुपये में तय हुआ लेकिन सौदा करने वाले ने बच्चा जिंदा नहीं लौटाया। बाद में बच्चे की हड्डियों के लिए भी सौदा किया गया लेकिन सौदा होने से पहले ही आरोपी पकड़ लिया गया।
गाज़ियाबाद के मुरादनगर इलाके में स्थित भोपुर गांव में हुए इस वाकये के तहत मासूम का कंकाल बरामद कर लिया गया है।
दरअसल, भोपुर गांव का रहने वाला मासूम विशाल 23 जून को घर के पास से लापता हो गया था। इसके बाद काफी तलाश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद अगले दिन यानी 24 जून को विशाल के पिता के पास फिरौती के लिए फोन आया।
लेकिन, जब विशाल के पिता ने अपनी आर्थिक स्थिति कमज़ोर होने का हवाला देकर किडनैपर से बात की तो सौदा चार लाख में तय हुआ। विशाल के पिता ने इस बात की सूचना मुरादनगर पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज किए बगैर ही उन्हें लौटा दिया। ऐसे में किडनैपर को रकम देने के अलावा उनके पास कोई चारा नहीं था।
इस बीच, दिल्ली पुलिस को भी मामले की सूचना दी गई। दिल्ली पुलिस ने गाज़ियाबाद पुलिस से संपर्क भी साधा। लेकिन ढुलमुल रवैया अपना रही गाज़ियाबाद पुलिस ने मामला ही दर्ज नहीं किया। काफी मशक्कत के बाद 26 जून को मामला दर्ज किया गया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
दो दिन पहले किडनैपर ने फिर से फोन किया। फोन पर उसने कहा कि अब विशाल के पिता को उनका बच्चा जिंदा नहीं मिल सकता। उसकी हड्डियों के एवज में दस लाख रुपये देने होंगे। बात फिर चार लाख में तय हुई लेकिन इस बीच पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
सर्विलांस के माध्यम से आरोपी हिरासत में आए हैं और उन्होंने शुक्रवार को भोपुर गांव से विशाल की लाश को बरामद करवा दिया। ज़ाहिर है अगर पुलिस वक्त रहते कार्यवाई करती तो शायद विशाल की जान बच सकती थी...। हालांकि अभी तक इस मामले में पुलिस खामोश है।
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