VIDEO : भीषण गर्मी में 350 किमी दौड़कर पहुंचा दिल्ली, सेना में भर्ती की मांग बुलंद करने निकले सुरेश

सुरेश भींचर सीकर से दिल्ली तक 350 किलोमीटर दौड़कर दिल्ली में प्रदर्शन करने पहुंचे हैं. सुरेश भींचर कहते हैं कि बचपन से आर्मी में जाने का सपना था उनका कहना है कि लगातार दो साल से भर्तियां नहीं हो रही हैं. नेवी, आर्मी और एयरफोर्स  में भर्ती नहीं हुई हैं.

नई दिल्ली:

सेना में भर्ती (ARMY, Navy and Airforce Vacancy) युवा किस कदर जोश-जज्बा औऱ जुनून से तैयारी करते हैं, लेकिन जब दो साल से भर्ती ही न निकाली जाए तो उन पर क्या बीतती है, इसका सही-सही अंदाजा हमें राजस्थान के सुरेश भींचर की मैराथन मुहिम से हो जाता है. तीनों में भर्तियां निकालने की मांग जब सरकार ने नहीं सुनी तो भींचर ने अपने गृह जिले सीकर से दिल्ली तक 350 किलोमीटर की दौड़ शुरू करने का फैसला कर लिया और इस भीषण गर्मी की परवाह किए बिना वो दिल्ली पहुंचे और अपनी बात रखी.सुरेश भींचर सीकर से दिल्ली तक 350 किलोमीटर दौड़कर दिल्ली में प्रदर्शन करने पहुंचे हैं. सुरेश भींचर कहते हैं कि बचपन से आर्मी में जाने का सपना था उनका कहना है कि लगातार दो साल से भर्तियां नहीं हो रही हैं. नेवी, आर्मी और एयरफोर्स  में भर्ती नहीं हुई हैं. भींचर ने कहा, मेरा सपना है, आर्मी में जाने का और देश की सेवा करने का, क्योंकि जो आर्मी की तैयारी करता है उसको दौड़ने से दिक्कत नहीं है.

भींचर बोले, मैं 2022 में सेना की भर्ती शुरू कराके ही जाऊंगा. दिल्ली से भी सीकर दौड़कर वापस जाऊंगा. भर्ती के लिए अलग अलग जगहों पर दौड़ता रहूंगा. मुरादाबाद से देवेंद्र सिंह भी आए हैं. उनका लड़का बीमार है लिहाजा खुद प्रदर्शन करने आए हैं.उन्होंने कहा, मेरा बेटा दो साल एयरफोर्स की तैयारी कर रहा है. यही हाल नेवी का किया है. केवल 10 हजार बच्चों को बुलाया है. यूपी टॉपर बच्चे को भी नेवी नहीं लेना चाहता है. एयरफोर्स की साल भर से रिजल्ट नहीं दिया है और दो साल से इनरोलमेंट नहीं दिया है. पूर्व सैनिकों के संगठन संदीप गुप्ता ने कहा, 

15 साल नेवी में काम किया है, लेकिन जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि घर का रेनोवेशन अगर होता है तो क्या घर खाली कर देते हैं. दो साल से भर्ती बंद है. अगर सरकार आज भर्ती कराती है तो 2-3 साल ट्रेनिंग करवाते हैं. युवा फौज नहीं बची है और अपने आसपास के हालात देखिए.  गुप्ता ने कहा, मेरे खुद के साथी हैं वो बताते हैं कि ट्रेनिंग सेंटर खाली पड़े हैं. कोरोना में सारे परीक्षाएं हो रही हैं. सिर्फ सेना, नौसेना और वायुसेना की भर्तियां क्यों नहीं हो रही हैं. ये सेना का एग्जाम कोई दूसरी परीक्षा नहीं है, जो 30 साल तक भर्ती दे सकते हैं, इसके लिए आयु सीमा का अंतराल बहुत छोटा होता है. युवा 17 साल से 19 साल के बीच ही भर्ती हो सकते हैं. सरकार आग से न खेले.   

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