पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में करारी हार झेलने के बाद कांग्रेस को अपने ही नेताओं की नाराजगी झेलनी पड़ रही है. हाल ही में तमिलनाडु में पार्टी के एक प्रवक्ता ने बयान दिया था "कांग्रेस को बचाने" के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को किनारे हो जाना चाहिए. इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पद से हटा दिया है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी All India Congress Committee (AICC) के सदस्य अमेरिकाई वी नारायणन ने (Americai V Narayanan) ने कहा कि ममता बनर्जी, जगन मोहन रेड्डी, शरद पवार और के चंद्रशेखर राव जैसे पार्टी के साथियों को वापस कांग्रेस में लौटना चाहिए और और कांग्रेस में लोगों का विश्वास बहाल करना चाहिए.
नारायणन ने NDTV से कहा कि भारत के लोगों के विश्वास को बढ़ाने के लिए ममता बनर्जी, जगन मोहन रेड्डी, शरद पवार, के चंद्रशेखर राव (केसीआर) से अनुरोध है कि वे अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दें. अगर ममता बनर्जी लौटती हैं, तो वह दूसरों को भी मना लेंगी. बता दें कि नारायणन कांग्रेस के जी-23 असंतुष्टों नेताओं के समूह का हिस्सा नहीं हैं. हालांकि, वह दो साल पहले भी सोनिया गांधी को एक संगठनात्मक सुधार के लिए पत्र लिख चुके हैं.
यह पूछे जाने पर कि उन्हें क्यों विश्वास है कि ममता बनर्जी अपनी तृणमूल कांग्रेस का कांग्रेस में विलय करने पर विचार कर सकती हैं, जबकि उन्होंने खुद को एक मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित कर लिया है और अब वह प्रधान मंत्री बनने की इच्छुक हैं. इसके जवाब में नारायणन ने कहा कि उनके पास तृणमूल के बजाय कांग्रेस में प्रधान मंत्री बनने की बेहतर संभावना है. यह पूछे जाने पर कि गांधी परिवार को क्या करना चाहिए नारायणन ने कहा कि सोनिया गांधी को सबसे आगे होना चाहिए और उनके बच्चों को किनारे हो जाना चाहिए. मुझे राहुल गांधी बहुत पसंद हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि वो वैसी सफलता नहीं दिला सके हैं. पार्टी को आगे ले जाने में सोनिया गांधी का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है.
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