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This Article is From Jan 02, 2020

जब CAA के विरोध में जेल गई मां की हुई रिहाई, बेटी चंपक के चेहरे पर लौट आई मुस्कान- देखें Video

वाराणसी (Varanasi) की सवा साल की बच्ची चंपक के चेहरे पर आज मुस्कान लौट आई. दो हफ़्ते बाद चंपक की मां एकता शेखर जब आज जमानत पर रिहा होने के बाद घर पहुंची तो अपनी बेटी को गोद में लेकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था.

वाराणसी: मां के लौटने से चंपक के चेहरे पर लौट आई मुस्कान

उत्तर प्रदेश:

वाराणसी (Varanasi) की सवा साल की बच्ची चंपक के चेहरे पर आज मुस्कान लौट आई. दो हफ़्ते बाद चंपक की मां एकता शेखर जब आज जमानत पर रिहा होने के बाद घर पहुंची तो अपनी बेटी को गोद में लेकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था. चंपक की मां तो ज़मानत पर छूट गईं हैं लेकिन पिता कुछ देर बाद घर लौटेंगे. इससे पहले घर लौटने पर चंपक की दादी ने अपनी बहू एकता का आरती उतार कर स्वागत किया.

वाराणसी : पीएम मोदी से मासूम चंपक के मां-बाप को रिहा करने की गुहार

गत 19 दिसंबर को नागरिकता क़ानून (Citizenship Law) को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हुए थे. इसी क्रम में वाराणसी में भी जुमे की नमाज़ के बाद भारी संख्या में लोगों का जमावड़ा हुआ था. इस भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया था और कई लोगों को गिरफ़्तार किया था. गिरफ़्तार लोगों में विरोध प्रदर्शन करने वाले रवि शेखर और उनकी पत्नी एकता शेखर भी थे. इसके बाद से ही सवा साल की बच्ची बिना मां-बाप के अपनी दादी के साथ रह रही थी. इस दौरान उसने खाना-पीना भी कम कर दिया था.

रवि शेखर की मां शीला तिवारी ने बताया था कि मेरे बेटे ने कोई गुनाह नहीं किया है. पुलिस ने उन्हें क्यों गिरफ्तार किया, वह शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे. क्या आप सोच सकते हैं कि बच्ची बिना अपनी मां के रह रही हैं. क्या क्राइम को कंट्रोल करने का यह तरीका है? वह कुछ खा नहीं रही. बमुश्किल से कुछ चम्मच हमने उसे खिलाया. वह पूरे समय कह रही है, 'अम्मा आओ, पापा आओ'. हम लगातार उससे कह रहे हैं कि वह जल्दी आ जाएंगे. 

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वाराणसी पुलिस का कहना था कि उन्हें गिरफ्तार किया जाना जायज है, क्योंकि लोगों के गैरकानूनी तरीके से इकठ्ठे होने की वजह से शहर में तनाव बढ़ गया था. शहर के एक अलग हिस्से में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की लाठी चार्ज से कथित तौर पर भगदड़ मचने से एक आठ वर्षीय लड़के की मौत हो गई.

बता दें कि CAA और NRC को लेकर पूरे देश में विरोध की गूंज सुनाई दे रही है. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी लोगों ने नागरिकता संशोधन कानून का पुरजोर तरीके से विरोध किया. 20 दिसंबर को बेनियाबाग इलाके में हजारों की संख्या में लोग सड़क पर उतरे तो पुलिस को हालात संभालने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. घटना के चलते काफी देर तक अफ़रातफ़री मची रही.

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