उत्तराखंड : बागी कांग्रेसी विधायकों को नोटिस, CM रावत समर्थक विधायकों को जिम कॉर्बेट भेजा गया

उत्तराखंड : बागी कांग्रेसी विधायकों को नोटिस, CM रावत समर्थक विधायकों को जिम कॉर्बेट भेजा गया

मुख्‍यमंत्री हरीश रावत का फाइल फोटो...

नई दिल्‍ली/देहरादून:

उत्तराखंड की राजनीति में कांग्रेस और बीजेपी अब अपने समर्थक विधायकों को एक-दूसरे की नज़रों से बचाने में लगे हैं। बाग़ी कांग्रेस विधायक बीजेपी विधायकों के साथ गुड़गांव के होटल में हैं तो हरीश रावत समर्थक विधायकों को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भेज दिया गया है। 28 तारीख़ को हरीश रावत को बहुमत साबित करना है, लेकिन उससे पहले 26 मार्च तक बाग़ी विधायकों को स्पीकर के नोटिस का जवाब देना है, जिसमें पूछा गया है कि क्यों ना दल बदल क़ानून के तहत उनकी सदस्यता रद्द कर दी जाए।

उधर, बीजेपी ने बजट पास कराने की जल्दबाज़ी को लेकर स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल को निशाने पर ले लिया। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पहली बार किसी स्पीकर ने फेल हुए बिल को पास किया है।

वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारू है।

इस बीच, स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल ने 28 तारीख़ को विधानसभा सत्र बुलाने की अधिसूचना जारी कर दी। 28 तारीख को हरीश रावत सरकार को अपना बहुमत साबित करना है और तब तक उनके समर्थक भी एक साथ सैर-सपाटे पर निकल गए हैं। हेलीकॉप्टर से उड़ान भरकर वो जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पहुंच गए। यहां उनकी होली भी साथ मनेगी और मौज मस्ती भी। साथ में आलाकमान की निगाह में भी रहेंगे।

कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने नाम न छापे जाने की शर्त पर यह माना कि अपने तथा पीडीएफ के सभी 26 विधायकों को एकजुट रखने के लिए उन्हें नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में ले जाया गया है। दिन में सहस्रधारा हेलीपैड से सभी विधायक तीन हेलीकाप्टरों से रामनगर के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक रंजीत रावत भी विधायकों के साथ देखे गए।

हालांकि, उत्तराखंड कांग्रेस के प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने इसे अपने कुनबे को एकजुट रखने की कोशिश मानने से इंकार करते हुए कहा कि सभी विधायक होली से पहले वहां घूमने गए हैं। इस संबंध में उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है और हमें ऐसा कुछ करने की जरुरत नहीं है। हमारा कुनबा एकजुट है और एकजुट ही रहेगा।'

इस बीच, विधानसभा सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री हरीश रावत और संसदीय कार्यमंत्री इंदिरा हृदयेश ने विधानसभा पहुंचकर राज्य मंत्रिमंडल से निष्कासित किए गए कृषि मंत्री हरक सिंह रावत के दफ्तर में ताला लगवा दिया।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कल हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बागी हरक सिंह रावत को निष्कासित करने का फैसला लिया गया था। (इनपुट भाषा से भी)