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उत्तराखंड आपदा के 13 दिनों बाद हर्षिल सेक्टर को पूरी तरह से खाली कराए जाने के साथ ही बचाव कार्यकर्ताओं ने अपने विशाल अभियान को शुक्रवार को लगभग पूर्ण कर लिया तथा अब अपना अंतिम जोर बद्रीनाथ की ओर लगा दिया है जहां करीब 1000 लोग अभी तक फंसे हुए हैं।
पर्वतीय राज्य में 15 जून को हुई भारी वर्षा के बाद आई बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण अभी तक 3000 लोग लापता हैं। राज्य में आये सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि उनके सैनिक एवं भारतीय वायुसेना के कर्मी अंतिम व्यक्ति को बचाए जाने तक अपना अभियान जारी रखेंगे।
अपने अधिकारियों एवं जवानों से बातचीत के बाद जनरल सिंह ने गौचर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारा प्रयास है कि अपने सभी नागरिकों का पता लगाया जाए, भले ही वे जहां भी हों और उन्हें निकाला जाए।’’
राज्य में आई आपदा के बाद दूसरी बार देहरादून के दौरे पर आए केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा कि हमारे सारे प्रयास बहु-एजेंसी अभियानों के तहत किए जाए ताकि मलबे में फंसे और लापता लोगों का पता लगाया जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘वायुसेना सभी लोगों को निकालने के लिए और एमआई 17 हेलीकॉप्टरों को युद्ध स्तर पर लगाएगी। हेलीकॉप्टर बेड़े को अगले 15 और दिनों तक उत्तराखंड में ही रखा जाएगा।’’
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