उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को बीजेपी ने छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. बीजेपी ने हरक सिंह रावत पर एक्शन लेकर कड़ा संदेश दिया है. रावते के कांग्रेस नेताओं से मिलने पर बीजेपी ने यह एक्शन लिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरक सिंह रावत को उत्तराखंड मंत्रिमंडल से भी बर्खास्त कर दिया है. बताया जाता है कि हरक सिंह रावत अपनी बहू अनुकृति के लिए लैंसडौन विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे थे. काफी समय से हरक सिंह रावत के कांग्रेस में जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं.
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत को बीजेपी ने रविवार को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया. भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर रावत को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है.
कौशिक के हवाले से उन्होंने बताया कि अनुशासनहीनता के चलते रावत को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी रावत को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया है.
पौड़ी गढ़वाल जिले की कोटद्वार विधानसभा सीट से विधायक रावत अपनी सीट बदलने के साथ ही अपनी पुत्रवधू अनुकृति के लिए भी बीजेपी से टिकट मांग रहे थे. समझा जाता है कि इन मुद्दों पर बीजेपी के राजी न होने पर उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
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