UP Panchayat Elections: कोरोना वायरस (Coronavirus) के ख़तरे की वजह से एक तरफ यूपी सरकार ने धार्मिक स्थानों में तो एक साथ 5 से ज़्यादा लोगों के जाने पर रोक लगा दी है लेकिन पंचायत चुनाव में कोविड प्रोटोकॉल का कोई पालन नहीं कर रहा है. बड़े-बड़े जुलूस निकल रहे हैं और कई जगह एक दूसरे पर लाठी-डंडे और लात घूंसे भी चल रहे हैं.
”प्रमुखी नहीं लड़ेंगे, तुम्हारी खिलाफत करेंगे खुलेआम..तुम्हारे जैसे बहुत विधायक देखे हैं. हां हम देखे हैं तुम्हारे जैसे लोगों को…” लखीमपुर खीरी में बीजेपी के ही विधायक योगेश वर्मा और बीजेपी के ही ब्लॉक प्रमुख पवन गुप्ता आमने-सामने लड़ पड़े और तमंचे लहराए गए. पवन गुप्ता का आरोप है कि विधायक अपने उम्मीदवार के खिलाफ खड़े लोगों से ज़बरदस्ती पर्चे वापस करवा रहे हैं.
लखीमपुर सदर के बीजेपी एमएलए योगेश वर्मा ने कहा कि असल में भीड़ में उस टाइम पर कौन किसका कॉलर पकड़ ले इसके बारे में तो नहीं कहा जा सकता है. मगर हां कोई एक व्यक्ति था, शायद पवन गुप्ता का लड़का था जिसने हमारे गिरेबान को पकड़ने की कोशिश की. तब तक हमारे साथ में जितने लोग थे उन्होंने उसको पकड़ लिया.
उन्नाव ज़िले के बिछिया इलाक़े में बीजेपी समर्थित ज़िला पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवार प्रवेश सिंह के समर्थकों और कलऊ यादव के समर्थकों में जमकर मारपीट हुई. यह तांडव बहुत देर चला. अब प्रवेश सिंह के 12 समर्थकों और कलऊ के सात समर्थकों पर एफआईआर हुई है. सफीपुर, उन्नाव की सीओ बीनू सिंह ने कहा कि मुक़दमा पंजीकृत कर दिया गया है.साथ ही दोनों पक्षों की तरफ से कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है.और आगे की आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
सोनभद्र में मंदिर में पांच लोग भले ना जा सकें, यहां हज़ारों की भीड़ लगा सकते हैं. भीड़ में आधे लोग बिना मास्क के होते हैं और दो गाज़ दूरी तो छोड़िए वे एक-दूसरे से दो इंच दूर खड़े होने को तैयार नहीं हैं. सोनभद्र में 629 ग्राम पंचायतें हैं. सभी उम्मीदवारों के ट्रेजरी चालान सिर्फ़ यहीं जमा हो रहा है. और यहां प्रशासन का कोई शख्स इनसे दूरी बनाकर लाइन लगवाने वाला नहीं है.
सोनभद्र के डीएम अभिषेक सिंह कहते हैं कि हम भी जो मीटिंग कर रहे हैं. एसडीएम, सीओ कर रहे हैं. ऐसी हमारी मीटिंग्स में सबको यह कहा जा रहा है कि कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करें. कोई व्यक्ति नहीं करता है तो किसी भी मध्यम से, मीडिया के मध्यम से हमें जानकारी मिलेगी कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहा है तो विधिक कार्रवाई की जाएगी.
पंचायत चुनाव के नामांकन और प्रचार में बड़े-बड़े जुलूस निकाले जा रहे हैं. आम आदमी की शादी में तो खुले मैदान में भी सिर्फ़ 100 लोगों की इजाज़त है, इनके लिए सब जायज़ है. बुलंदशहर में भीम आर्मी समर्थित फरहा ख़ान का जुलूस निकला, लखीमपुर में एक बीजेपी उम्मीदवार का जुलूस निकला और गोरखपुर में चुनाव प्रचार की भीड़ जिटी... और बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुधीर कुमार हत्याकांड के आरोपी योगेश राज का जुलूस निकला. इनके वीडियो सामने आए. स्याना, बुलंदशहर की सीओ अलका सिंह ने कहा कि जैसे ही यह वीडियो संज्ञान में आया तो इसकी जांच कराई गई. जांच में यह घटना सही पाई गई. उचित धाराओं में मुक़दमा पंजीकृत कर दिया गया है. अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.
पुरानी कहावत यह थी कि मोहब्बत और जंग में सब छ जायज़ है…लेकिन नई कहावत यह है कि …जो मोहब्बत और जंग में भी जायज़ नहीं है, वह सियासत में जायज़ है, जहां आम आदमी पर लागू होने वाले सारे कानून तोड़े जा सकते हैं.
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