अमेरिकी राजदूत रिचर्ड राहुल वर्मा की फाइल फोटो
जालंधर:
भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड राहुल वर्मा ने अपने पंजाब दौरे के दूसरे दिन गुरुवार को जालंधर में अपनी नानी का घर देखा और बड़ी देर तक उसे निहारते रहे। उन्होंने उस घर में रहने वाले लोगों से भी बातचीत की और अपने चचेरे मामा के अलावा उस किराना दुकानदार से भी मुलाकात की जिसने उनकी मां का घर खोजा था।
जालंधर शहर के बस्ती शेख इलाके की संकरी गली में पिछले दो दिन से काफी चहल पहल थी, जहां अमेरिकी राजदूत की नानी माया देवी का घर था। इसी घर में उनकी मां ने जन्म लिया था। गुरुवार सुबह से ही उस इलाके में ढोल बाजे बजाए जा रहे थे, क्योंकि आसपास के बुजुर्गों के मुताबिक ‘रूचि’ (रिचर्ड वर्मा) वहां आने वाले थे।
पंजाब दौरे के दूसरे दिन गुरुवार सुबह वर्मा सबसे पहले बस्ती शेख स्थित उस घर को देखने गए। पहले तो बाहर से ही वह बड़ी देर तक उस इमारत को निहारते रहे। बाद में वह घर के अंदर गए और वहां रहने वाली प्रिया गुप्ता तथा उनके पति राकेश गुप्ता के साथ काफी देर तक बातचीत की।
हालांकि, मीडिया को अंदर जाने की अनुमति नहीं थी और उन्हें घर के बाहर ही रोक दिया गया। लगभग 20 मिनट समय बिताने के बाद वर्मा बाहर आए और पास में ही रहने वाले अपने चचेरे मामा अनिल कुमार से भी मुलाकात की।
वर्मा की नानी से उनका मकान खरीदने वाली प्रिया गुप्ता ने बातचीत में कहा, ‘‘हम उनके आगमन को लेकर बड़े उत्साहित थे। उनसे बातचीत करके बहुत अच्छा लगा। हमने कभी सोचा भी नहीं था कि इतना बड़ा आदमी हमारे घर आएगा।’’
प्रिया ने यह भी बताया कि यह मकान कभी उनकी नानी का होता था। हमने तीन माले का यह मकान उनकी नानी मायादेवी से खरीदा था। वह एक स्कूल में शिक्षिका थीं। वर्मा हमारे परिजनों के साथ 20 मिनट रुके।
वर्मा के दूर के मामा अनिल कुमार ने बताया, ‘‘उनके आने की तैयारी हम कई दिनों से कर रहे थे। उनकी अगुवाई के लिए हमने इस गली को सजाया था। स्वागत के लिए हमने ढोल आदि का भी इंतजाम किया था। इससे पहले वर्मा बचपन में एक बार यहां आये थे।’’
इससे पहले वर्मा ने मामा के घर से निकलने के बाद स्थानीय किराना दुकानदार राम से मुलाकात की। खबरों के अनुसार राम ने अमेरिकी दूतावास को वर्मा की नानी के पुराने मकान की लोकेशन पता लगाने में मदद की थी। अमेरिकी राजदूत से मुलाकात के बाद राम ने कहा, ‘‘मुझे बड़ी खुशी हो रही है कि वर्मा ने आकर मुझसे मुलाकात की।
सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी राजदूत का कार्यक्रम उनकी नानी के स्कूल में भी जाने का है जहां वह पढ़ाती थीं। इसके बाद वह जिले के अपरा गांव जाएंगे। उनके पिता के.डी. वर्मा जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर स्थित अपरा गांव के रहने वाले थे।
उनका कार्यक्रम स्थानीय डीएवी कॉलेज के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने का भी है। इसी कॉलेज में वर्मा के माता-पिता की मुलाकात हुई थी। शाम को वह सीआईआई के साथ एक बैठक करेंगे।
जालंधर शहर के बस्ती शेख इलाके की संकरी गली में पिछले दो दिन से काफी चहल पहल थी, जहां अमेरिकी राजदूत की नानी माया देवी का घर था। इसी घर में उनकी मां ने जन्म लिया था। गुरुवार सुबह से ही उस इलाके में ढोल बाजे बजाए जा रहे थे, क्योंकि आसपास के बुजुर्गों के मुताबिक ‘रूचि’ (रिचर्ड वर्मा) वहां आने वाले थे।
पंजाब दौरे के दूसरे दिन गुरुवार सुबह वर्मा सबसे पहले बस्ती शेख स्थित उस घर को देखने गए। पहले तो बाहर से ही वह बड़ी देर तक उस इमारत को निहारते रहे। बाद में वह घर के अंदर गए और वहां रहने वाली प्रिया गुप्ता तथा उनके पति राकेश गुप्ता के साथ काफी देर तक बातचीत की।
हालांकि, मीडिया को अंदर जाने की अनुमति नहीं थी और उन्हें घर के बाहर ही रोक दिया गया। लगभग 20 मिनट समय बिताने के बाद वर्मा बाहर आए और पास में ही रहने वाले अपने चचेरे मामा अनिल कुमार से भी मुलाकात की।
वर्मा की नानी से उनका मकान खरीदने वाली प्रिया गुप्ता ने बातचीत में कहा, ‘‘हम उनके आगमन को लेकर बड़े उत्साहित थे। उनसे बातचीत करके बहुत अच्छा लगा। हमने कभी सोचा भी नहीं था कि इतना बड़ा आदमी हमारे घर आएगा।’’
प्रिया ने यह भी बताया कि यह मकान कभी उनकी नानी का होता था। हमने तीन माले का यह मकान उनकी नानी मायादेवी से खरीदा था। वह एक स्कूल में शिक्षिका थीं। वर्मा हमारे परिजनों के साथ 20 मिनट रुके।
वर्मा के दूर के मामा अनिल कुमार ने बताया, ‘‘उनके आने की तैयारी हम कई दिनों से कर रहे थे। उनकी अगुवाई के लिए हमने इस गली को सजाया था। स्वागत के लिए हमने ढोल आदि का भी इंतजाम किया था। इससे पहले वर्मा बचपन में एक बार यहां आये थे।’’
इससे पहले वर्मा ने मामा के घर से निकलने के बाद स्थानीय किराना दुकानदार राम से मुलाकात की। खबरों के अनुसार राम ने अमेरिकी दूतावास को वर्मा की नानी के पुराने मकान की लोकेशन पता लगाने में मदद की थी। अमेरिकी राजदूत से मुलाकात के बाद राम ने कहा, ‘‘मुझे बड़ी खुशी हो रही है कि वर्मा ने आकर मुझसे मुलाकात की।
सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी राजदूत का कार्यक्रम उनकी नानी के स्कूल में भी जाने का है जहां वह पढ़ाती थीं। इसके बाद वह जिले के अपरा गांव जाएंगे। उनके पिता के.डी. वर्मा जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर स्थित अपरा गांव के रहने वाले थे।
उनका कार्यक्रम स्थानीय डीएवी कॉलेज के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने का भी है। इसी कॉलेज में वर्मा के माता-पिता की मुलाकात हुई थी। शाम को वह सीआईआई के साथ एक बैठक करेंगे।
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