उन्होंने कहा, “पहले यहां कहते थे 'दिया बरे तो घर लौट आओ' क्योंकि सूरज डूबता था तो कटटा लहराने वाले सड़क पर आ धमकते थे. यह कटटा अब चला गया. बेटियों की सुरक्षा पर आए दिन सवाल उठते रहते थे. बेटियों का स्कूल जाना मुश्किल कर दिया गया था. व्यापारी-कारोबारी घर से सुबह निकलता था परिवार को चिंता होती थी, घर और जमीन पर अवैध कब्जे के चलते कब कहां दंगा हो जाए, कहां आगजनी हो जाए, कोई नहीं कह सकता था.”
मोदी ने कहा कि इसी स्थिति के कारण कई गांवों से आए दिन पलायन की खबरें आती रहती थीं, लेकिन बीते साढ़े चार साल में योगी सरकार ने स्थिति को सुधारने के लिये बहुत परिश्रम किया है. आज जब माफियाओं की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलता है, तो दर्द उन्हें पालने-पोसने वालों को होता है. गौरतलब है कि अखिलेश यादव ठोकोराज और बुलडोजर राज के आरोप लगाते हुए सीएम योगी पर लगातार निशाना साध रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक से दूसरे शहर में जाने के लिए अब आपको उतना समय नहीं लगेगा जितना समय पहले लगता था. आपका समय ट्रैफिक जाम में बर्बाद नहीं होगा. आप समय का बेहतर इस्तेमाल कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि इतने बड़े प्रदेश को चलाने के लिए जिस दम-खम की जरूरत है, जितने दमदार काम की जरूरत है, डबल इंजन की सरकार वो करने का काम कर रही है.
मोदी ने कहा, “मां गंगा सारे मंगलों की, सारी उन्नति-प्रगति की स्रोत हैं। मां गंगा सारे सुख देती हैं, और सारी पीड़ा हर लेती हैं। ऐसे ही गंगा एक्सप्रेसवे भी उत्तर प्रदेश की प्रगति के नए द्वार खोलेगा.” गंगा एक्सप्रेस-वे 594 किलोमीटर लंबा और छह लेन का होगा। यह 36,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित किया जाएगा.
मेरठ के बिजौली गांव के पास से शुरू होकर एक्सप्रेस-वे प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक जाएगा. यह मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा. पूरी तरह से निर्मित होने के बाद, यह राज्य के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ने वाला उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा.
इस एक्सप्रेस-वे पर शाहजहांपुर में 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी निर्मित की जाएगी, जो वायु सेना के विमानों को आपातकालीन उड़ान भरने और उतरने में सहायता प्रदान करेगी. एक्सप्रेस-वे के साथ एक औद्योगिक गलियारा बनाने का भी प्रस्ताव है.