उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की जेल में बंद माफ़िया मुख़्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के 30 वर्षीय बेटे अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) इस बार पिता की परंपरागत सीट मऊ सदर (Mau Sadar) से विधान सभा चुनाव लड़ रहे हैं. अब्बास समाजवादी पार्टी के घटक दल ओपी राजभर (OP Rajbhar) की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. अपने पिता के माफ़िया और डॉन की छवि पर अब्बास ने कहा कि हां, उनके पिता बाहुबली हैं क्योंकि उनके साथ जनता का बल है.
NDTV से बातचीत में अब्बास ने कहा कि उनके पिता की लोकप्रियता का आलम ये है कि वह हर बार जेल में रहकर ही चुनाव जीतते रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता को माफ़िया, मीडिया और बीजेपी के लोगों के अलावा कोई डॉन नहीं कहता. उन्होंने कहा, "मेरे पिता को डॉन माफ़िया, मीडिया और बीजेपी के लोग ही कहते हैं. मेरे पिता लोगों के लिए यहां गरीबों के मसीहा हैं."
अब्बास ने आरोप लगाया, "हमारी विधानसभा में काम नहीं होने दिया गया. मेरे पिता राजनीति के शिकार हैं." उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की योगी सरकार उनके ऊपर भी मुकदमा लगा रही है. उन्होंने कहा, "मैं प्रोफ़ेशनल शूटर हूं, इसलिए मेरे पास 8 लाइसेंसी बंदूक़ें हैं."
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात होने पर अब्बास ने कहा कि हां अखिलेश जी से मुलाक़ात हुई थी. उन्होंने कहा, "मैं यहां कम से कम 1.5 लाख वोटों से जीतूंगा." ये सीट पिछली बार भी राजभर जी के पास थी इस बार भी गठबंधन में उसी के खाते में आई है. मुख्तार अंसारी इस सीट से पांच बार विधायक रहे हैं.
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बता दें कि 2017 में समाजवादी पार्टी ने आपराधिक छवि का हवाला देकर मुख्तार अंसारी से किनारा कर लिया था लेकिन इस बार उनके बेटे अब्बास अंसारी सुभासपा के टिकट पर गठबंधन के उम्मीदवार हैं. बीजेपी ने उनके खिलाफ अशोक सिंह को उतारा है.
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