उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध (Crime Against Women and Children) का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. पिछले एक महीने में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ बर्बरता के कई मामले सामने आए हैं. ऐसे में सरकार ने अकेले इस समस्या से निपटने के लिए एक नई संस्था की शुरुआत की घोषणा की है. यूपी के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने 'महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन' की घोषणा की है. इसके तहत एक नई यूनिट सेटअप की जाएगी, जो महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों पर अपना फोकस रखेगी. ADG रैंक के पुलिस ऑफिसर को इस यूनिट का प्रमुख बनाया जाएगा.
सरकार की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि 'महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों पर नियंत्रण के लिए 'महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन' के गठन और 'अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल विकास सुरक्षा' नए पद के निर्माण को स्वीकृति दी जा रही है.
इसमें बताया गया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में पहले से महिला उत्पीड़न संबंधी यूनिट्स- महिला सम्मान प्रकोष्ठ, महिला सहायता प्रकोष्ठ,1090 वगैरह नए बनाए जा रहे 'महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन' के तहत शामिल कर दिए जाएंगे.
बता दें कि इस महीने यूपी में कम से कम तीन जगहों पर नाबालिग बच्चियों के खिलाफ रेप और बर्बरता के मामले सामने आए हैं, जिनपर खूब हंगामा हुआ है. हापुड़ में छह साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की घटना हुई थी, जिसमें आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस को हफ्ते भर से ज्यादा वक्त लगा था. वहीं लखीमपुर खीरी में 13 साल की बच्ची के साथ बलात्कार और उसकी हत्या करने का मामला सामने आया था. पीड़िता के शव को गन्ने के खेत से बरामद किया गया. इसके बाद ही गोरखपुर के गोला बाजार में भी एक नाबालिग लड़की से रेप की घटना सामने आई है. नाबालिग लड़की से रेप के बाद उसके शरीर को सिगरेट से दाग दिया गया गया था.
Video: उत्तर प्रदेश : रेप के आरोपियों को जेल भेजा गया
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