
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने नागरिकता कानून (सीएए) और एनआरसी के मुद्दे पर एनडीटीवी से खास बातचीत में कई सवालों के जवाब दिए. नकवी ने कहा कि एनआरसी को लेकर फैलाया गया झूठ का झाड़ सच के पहाड़ के नीचे ध्वस्त होगा. सीएए पर 1955 के पंत-मिर्जा समझौते के हवाले से कहा कि पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदायों के धार्मिक अल्पसंख्यकों का दायित्व भारत सरकार पर भी है. 2006 में भी जब यूपीए सरकार ने अल्पसंख्यक मंत्रालय बनाया तो मंत्रालय के कार्यों में पाकिस्तान में रह रहे अल्पंसख्यकों के प्रति जिम्मेदारियों को भी शामिल किया. नकवी ने कहा कि नागिरक कानून को लेकर बात का बतंगड़ बनाया गया. लोगों में असमंजस पैदा करने की भी कोशिश की गई.
नकवी ने कहा कि भारत में विदेशी नागरिकों को नागिरकता देने का कानून है. अगर किसी पाकिस्तानी मुस्लिम को भारत की नागरिकता देनी होगी तो विदेशी नागिरक को नागिरकता देने के कानून के तहत नागिरकता दी जा सकती है. नकवी ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए उन्हीं अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दी जा रही है जो धार्मिक तौर पर प्रताड़ित हैं. हम भारत की नागिरकता यूं ही नहीं बांट रहे हैं , जो लोग ये साबित कर सकेंगे कि वे इन मुल्कों में प्रताड़ित थे, उन्हीं को नागरिकता दी जाएगी. नकवी ने कहा कि हम पंडित नेहरू के किए उस समझौते के हवाले से ही ये कानून लाए जिसके तहत पाकिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों के प्रति भारत सरकार की भी जवाबदेही है. इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मनमोहन सिंह और दूसरे कांग्रेसी नेताओं ने इसे लेकर कानून नहीं बनाया और हमारी सरकार ने कानून बनाया तो इसमें हमनें क्या गलत किया?
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केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया है कि एनआरसी को लेकर अभी कोई बात ही नहीं हो रही है. एनआरसी लागू किया जाएगा तो इसमें ऐसे नियम बनाए जाएंगे जिससे भारत के लोगों की नागरिकता बनी रहे. मुसलमानों को नागरिकता को लेकर डरने की कोई जरूरत नहीं है , उनकी नागिरकता को न खतरा था, न है और न रहेगा.
उन्होंने कहा गुमराह करने वालों की गैंग है और उसने योजना बनाकर लोगों को गुमराह किया है. कुछ लोग अपनी सियासी रोटी सेकने के लिए ऐसा करते हैं. असम के अलावा भारत के किसी भी हिस्से में एनआरसी की प्रक्रिया नहीं शुरू हुई है. लोगों के बीच एनआरसी को लेकर भय और भ्रम को झूठ फैलाया गया है. उन्होंने इस मुद्दे पर एक शेर भी पढ़ा...
वक्त बहुत ही नाजुक है, हम पर हमले दर हमले हैं
दुश्मन का दर्द यही है कि हम हर हमले पर संभले हैं.
नकवी ने साफ किया कि एनआरसी का न सिर है न पैर है. एनडीवीटी से बातचीत के दौरान नकवी ने झारखंड चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन पर भी बात की. उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं जनता हमेशा हमारे लिए ही जनादेश दे, लेकिन हम जनादेश का सम्मान करते है. एनआरसी के मुद्दे के झारखंड में काम न करने पर नकवी ने कहा कि जो मुद्दा था नहीं उसके चलने न चलने का सवाल ही नहीं पैदा होता. प्रधानमंत्री के कपड़े वाले बयान पर नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसी धर्म विशेष के लोगों के लिए ऐसा नहीं कहा था.
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