उज्जैन कुंभ (फाइल फोटो)
मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में एक माह तक चलने वाले सिंहस्थ में गुरुवार को साधुओं के बीच हुए खूनी संघर्ष में 4 साधु घायल बताए जा रहे हैं। गुरुवार को आह्वान अखाड़े में आंतरिक चुनाव था। इसी दौरान कुछ साधुओं में विवाद हो गया और उन्होंने धारदार हथियारों से एक-दूसरे पर हमला कर दिया। इस विवाद में 4 साधु घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
अखाड़े में श्री रमता पंच का था चुनाव
गुरुवार को आह्वान अखाड़े में श्री रमता पंच का चुनाव था जिसमें 14 मणि से अवधूत गिरी, 4 मणि से पंच बटेश्वर भारती, 13 मणि से सोम गिरी और 16 मणि से ब्रजेश पुरी चुनावी मैदान में थे लेकिन माना जा रहा है कि ब्रजेश पुरी को अधिकतर साधुओं का समर्थन था। लेकिन चुनाव संम्पन होने के बाद जब पुकार हुई तो 16 मणि से ब्रजेश पुरी की जगह गणेश पुरी का नाम आगे आ गया। इस बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि साधुओं के बीच जमकर लट्ठ चले, त्रिशूल से भी वार किये गए। साथ ही कुछ साधुओं ने आरोप लगाया कि ब्रजेश पुरी ने विवाद में गोली भी चलायी, जिसके बाद संत ओम पुरी की जांघ में गोली लग गयी, जिनको उज्जैन के माधव नगर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके आलावा 3 साधुओं को घायल अवस्था में जिला चिकत्सालय में भर्ती कराया गया है। हालांकि पुलिस गोली चलने की बात से इनकार कर रही है।
आह्वान अखाड़े के साधु राहुल पुरी ने बताया, आह्वान अखाड़े में श्री महंती का चुनाव होना था, पैसा ले रखा है, अखाड़े वाले चुनाव सही रूप से नहीं कर रहे हैं। जिसका चुनाव होना था उसका नहीं किया और दूसरे का कर दिया। फिर साधुओं में विरोध हो गया, साधुओं को क्षति पहुंची, हम भी वहीं खड़े थे। नीलकंठ गिरी और सत्य गिरी सब भ्रष्ट हैं। जिसमें 14 मणि से अवधूत गिरी, 4 मणि से पंच बटेश्वर भारती, 13 मणि से सोम गिरी और 16 मणि से ब्रजेश पुरी चुनावी मैदान में थे। ब्रजेश पुरी को श्री महंत नहीं बनने दिया इसलिए लाठी चार्ज हुआ है। वंहा 25 लोग घायल हुए हैं, डंडा चला और तलवार चली है।
वहीं उज्जैन के एडिशनल एसपी अमरेन्द्र सिंह ने कहा, 'आज आह्वान अखाड़े में चुनाव हुआ था और आपस में विवाद हुआ जिसमें साधु को उंगली में चोट आई है। हमने मुकदमा दर्ज किया है और जल्द ही गिरफ्तारी की जायेगी। दो लोगों को चोट आई है।
तेज आंधी-बारिश से हो गई थी 7 लोगों की मौत
इस बार का कुंभ मेला अलग-अलग घटनाओं की वजह से चर्चा में है। इससे पहले सिंहस्थ (कुंभ) मेले के दूसरे शाही स्नान के दौरान सोमवार को ओलावृष्टि, बारिश और तेज हवाओं के प्रतिकूल मौसम ने अफरातफरी मचा दी थी, जबकि पहले शाही स्नान के दौरान तेज आंधी और बारिश से तो 7 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई घायल हो गए थे।
अगला शाही स्नान 21 मई को
सिंहस्थ कुंभ के दौरान 10 स्नान तिथियां नियत की गईं हैं। इसमें तीन शाही स्नान एवं सात विशेष पर्व स्नान शामिल है। सिंहस्थ महाकुंभ में अभी तक दो 'शाही स्नान' एवं दो 'विशेष पर्व स्नान' हो चुके हैं। आगामी दिनों में वृषभ संक्रांति पर्व 15 मई, मोहिनी एकादशी पर्व वैशाख शुक्ल ग्यारह 17 मई, प्रदोष पर्व शुक्ल तेरह 19 मई, नृसिंह जयंती पर्व वैशाख शुक्ल चौदह 20 मई को विशेष पर्व स्नान तथा वैशाख शुक्ल पन्द्रह 21 मई को शाही स्नान होगा।
उल्लेखनीय है कि सिंहस्थ महान धार्मिक पर्व है। बारह वर्ष के अंतर से यह पर्व तब मनाया जाता है जब बृहस्पति सिंह राशि पर स्थित रहता है। पवित्र क्षिप्रा नदी में पुण्य-स्नान की तिथियां चैत्र मास की पूर्णिमा से शुरू होती है और पूरे मास में वैशाख पूर्णिमा के अंतिम स्नान पर विभिन्न तिथि में सम्पन्न होती है। इस महापर्व के लिए पारम्परिक रूप से 10 योग महत्वपूर्ण माने गए हैं।
अखाड़े में श्री रमता पंच का था चुनाव
गुरुवार को आह्वान अखाड़े में श्री रमता पंच का चुनाव था जिसमें 14 मणि से अवधूत गिरी, 4 मणि से पंच बटेश्वर भारती, 13 मणि से सोम गिरी और 16 मणि से ब्रजेश पुरी चुनावी मैदान में थे लेकिन माना जा रहा है कि ब्रजेश पुरी को अधिकतर साधुओं का समर्थन था। लेकिन चुनाव संम्पन होने के बाद जब पुकार हुई तो 16 मणि से ब्रजेश पुरी की जगह गणेश पुरी का नाम आगे आ गया। इस बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि साधुओं के बीच जमकर लट्ठ चले, त्रिशूल से भी वार किये गए। साथ ही कुछ साधुओं ने आरोप लगाया कि ब्रजेश पुरी ने विवाद में गोली भी चलायी, जिसके बाद संत ओम पुरी की जांघ में गोली लग गयी, जिनको उज्जैन के माधव नगर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके आलावा 3 साधुओं को घायल अवस्था में जिला चिकत्सालय में भर्ती कराया गया है। हालांकि पुलिस गोली चलने की बात से इनकार कर रही है।
आह्वान अखाड़े के साधु राहुल पुरी ने बताया, आह्वान अखाड़े में श्री महंती का चुनाव होना था, पैसा ले रखा है, अखाड़े वाले चुनाव सही रूप से नहीं कर रहे हैं। जिसका चुनाव होना था उसका नहीं किया और दूसरे का कर दिया। फिर साधुओं में विरोध हो गया, साधुओं को क्षति पहुंची, हम भी वहीं खड़े थे। नीलकंठ गिरी और सत्य गिरी सब भ्रष्ट हैं। जिसमें 14 मणि से अवधूत गिरी, 4 मणि से पंच बटेश्वर भारती, 13 मणि से सोम गिरी और 16 मणि से ब्रजेश पुरी चुनावी मैदान में थे। ब्रजेश पुरी को श्री महंत नहीं बनने दिया इसलिए लाठी चार्ज हुआ है। वंहा 25 लोग घायल हुए हैं, डंडा चला और तलवार चली है।
वहीं उज्जैन के एडिशनल एसपी अमरेन्द्र सिंह ने कहा, 'आज आह्वान अखाड़े में चुनाव हुआ था और आपस में विवाद हुआ जिसमें साधु को उंगली में चोट आई है। हमने मुकदमा दर्ज किया है और जल्द ही गिरफ्तारी की जायेगी। दो लोगों को चोट आई है।
तेज आंधी-बारिश से हो गई थी 7 लोगों की मौत
इस बार का कुंभ मेला अलग-अलग घटनाओं की वजह से चर्चा में है। इससे पहले सिंहस्थ (कुंभ) मेले के दूसरे शाही स्नान के दौरान सोमवार को ओलावृष्टि, बारिश और तेज हवाओं के प्रतिकूल मौसम ने अफरातफरी मचा दी थी, जबकि पहले शाही स्नान के दौरान तेज आंधी और बारिश से तो 7 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई घायल हो गए थे।
अगला शाही स्नान 21 मई को
सिंहस्थ कुंभ के दौरान 10 स्नान तिथियां नियत की गईं हैं। इसमें तीन शाही स्नान एवं सात विशेष पर्व स्नान शामिल है। सिंहस्थ महाकुंभ में अभी तक दो 'शाही स्नान' एवं दो 'विशेष पर्व स्नान' हो चुके हैं। आगामी दिनों में वृषभ संक्रांति पर्व 15 मई, मोहिनी एकादशी पर्व वैशाख शुक्ल ग्यारह 17 मई, प्रदोष पर्व शुक्ल तेरह 19 मई, नृसिंह जयंती पर्व वैशाख शुक्ल चौदह 20 मई को विशेष पर्व स्नान तथा वैशाख शुक्ल पन्द्रह 21 मई को शाही स्नान होगा।
उल्लेखनीय है कि सिंहस्थ महान धार्मिक पर्व है। बारह वर्ष के अंतर से यह पर्व तब मनाया जाता है जब बृहस्पति सिंह राशि पर स्थित रहता है। पवित्र क्षिप्रा नदी में पुण्य-स्नान की तिथियां चैत्र मास की पूर्णिमा से शुरू होती है और पूरे मास में वैशाख पूर्णिमा के अंतिम स्नान पर विभिन्न तिथि में सम्पन्न होती है। इस महापर्व के लिए पारम्परिक रूप से 10 योग महत्वपूर्ण माने गए हैं।
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