दिल्ली के नागलोई में घटनास्थल का मुआयना करती पुलिस
नई दिल्ली:
राजधानी दिल्ली के नांगलोई इलाके में ढाई साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले के दोनों आरोपियों को रविवार शाम जब मेडिकल जांच के बाद अस्पताल से पुलिस वापस ले जा रही थी तो पीड़ित बच्ची के परिवार की महिलाओं ने आरोपियों की जमकर पिटाई की।
पुलिस ने गैंगरेप के आरोप में शनिवार देर रात इन दोनों नाबालिग लड़कों को धर दबोचा। 16 और 17 साल के इन दोनों नाबालिग लड़कों पर आरोप है कि रामलीला देखने आए इन लड़कों ने ढाई साल की मासूम को उसके घर के बाहर उस समय अगवा कर लिया, जब कुछ देर के लिए बिजली चली गई। इसके बाद पास के सुनसान पड़े पार्क में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
पुलिस के मुताबिक एक लड़का आठवीं तो दूसरा दसवीं पास है। दोनों बच्ची के पड़ोसी हैं। आसपास के बच्चों से पूछताछ के दौरान ये दोनों पकड़ में आ गए। ज्वाइंट कमिश्नर दीपेंद्र पाठक के मुताबिक इस मामले करीब 250 लोगों से पूछताछ हुई। पुलिस की 20 टीमें इस मामले की जांच में जुड़ी थीं।
पहले एक सीसीटीवी के आधार पर जांच आगे बढ़ रही थी, जिसमें एक दो लोग बाइक पर सवार होकर एक बच्चे को ले जाते हुए दिख रहे थे, लेकिन बाद में पता चला कि वह बच्चा बाइक में सवार एक शख्स का ही था।
दिल्ली में बच्चों के साथ दुष्कर्म के आंकड़ों पर नजर डालें तो, साल 2013 में 136 मामले सामने आए, साल 2014 में 107, जबकि साल 2015 में 30 सितंबर तक 69 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि हर साल सज़ा की दर महज़ 2 फीसदी है।
इस बीच इस मसले पर दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पुलिस अधिकारियों को बातचीत के लिए बुलाया। बैठक से बाहर निकलने के बाद केजरीवाल इस मामले पर केंद्र सरकार पर बरसे। उधर मुख्यमंत्री के घर के बाहर कांग्रेस ने इस मसले पर विरोध प्रदर्शन किया और केजरीवाल पर जिम्मेदारी से भागने का आरोप लगाया, जबकि कुछ वामपंथी संगठनों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
पुलिस ने गैंगरेप के आरोप में शनिवार देर रात इन दोनों नाबालिग लड़कों को धर दबोचा। 16 और 17 साल के इन दोनों नाबालिग लड़कों पर आरोप है कि रामलीला देखने आए इन लड़कों ने ढाई साल की मासूम को उसके घर के बाहर उस समय अगवा कर लिया, जब कुछ देर के लिए बिजली चली गई। इसके बाद पास के सुनसान पड़े पार्क में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
पुलिस के मुताबिक एक लड़का आठवीं तो दूसरा दसवीं पास है। दोनों बच्ची के पड़ोसी हैं। आसपास के बच्चों से पूछताछ के दौरान ये दोनों पकड़ में आ गए। ज्वाइंट कमिश्नर दीपेंद्र पाठक के मुताबिक इस मामले करीब 250 लोगों से पूछताछ हुई। पुलिस की 20 टीमें इस मामले की जांच में जुड़ी थीं।
पहले एक सीसीटीवी के आधार पर जांच आगे बढ़ रही थी, जिसमें एक दो लोग बाइक पर सवार होकर एक बच्चे को ले जाते हुए दिख रहे थे, लेकिन बाद में पता चला कि वह बच्चा बाइक में सवार एक शख्स का ही था।
दिल्ली में बच्चों के साथ दुष्कर्म के आंकड़ों पर नजर डालें तो, साल 2013 में 136 मामले सामने आए, साल 2014 में 107, जबकि साल 2015 में 30 सितंबर तक 69 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि हर साल सज़ा की दर महज़ 2 फीसदी है।
इस बीच इस मसले पर दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पुलिस अधिकारियों को बातचीत के लिए बुलाया। बैठक से बाहर निकलने के बाद केजरीवाल इस मामले पर केंद्र सरकार पर बरसे। उधर मुख्यमंत्री के घर के बाहर कांग्रेस ने इस मसले पर विरोध प्रदर्शन किया और केजरीवाल पर जिम्मेदारी से भागने का आरोप लगाया, जबकि कुछ वामपंथी संगठनों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
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