व्यापार के लिए मलेशिया की और निवेश के लिए सिंगापुर की यात्रा : पीएम मोदी

व्यापार के लिए मलेशिया की और निवेश के लिए सिंगापुर की यात्रा : पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी दो देशों की यात्रा से पहले गुरुवार को कहा कि उनकी मलेशिया यात्रा का उद्देश्य पूर्वी एशियाई देशों के साथ व्यापारिक संबंध बनाना है, वहीं सिंगापुर दौरे में भारत में निवेश आकषिर्त करने पर ध्यान दिया जाएगा।

उन्होंने शनिवार से शुरू हो रही यात्रा के बारे में कहा, ‘‘मैं चार दिन की यात्रा पर मलेशिया और सिंगापुर जाउंगा।’’ पीएम मोदी मलेशिया में 21 नवंबर को आसियान-भारत शिखर-सम्मेलन में भाग लेंगे और अगले दिन 10वें पूर्वी एशिया शिखर-सम्मेलन में शिरकत करेंगे। वह मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक और सम्मेलन में भाग ले रहे कुछ अन्य वैश्विक नेताओं से भी बात करेंगे।

उन्होंने कहा कि आसियान-भारत और पूर्वी एशिया सम्मेलन महत्वपूर्ण समय में हो रहे हैं और हम मिलकर सुरक्षा मुद्दों पर बात करेंगे। आतंकवाद के उभरते खतरे और पश्चिम एशिया के मौजूदा हालात पर भी चर्चा होगी। सिंगापुर में वह प्रधानमंत्री ली सीन लूंग से दोनो देशों के कूटनीतिक संबंधों के 50 साल पूरे होने के मौके पर द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने के तरीकों पर विचार-विमर्श करेंगे।

पीएम मोदी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘मलेशिया और सिंगापुर की मेरी यात्राओं का उद्देश्य इन देशों के साथ हमारे आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाना है तथा हमारे बीच सुरक्षा सहयोग को भी मजबूत करना है।’’ मलेशिया के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हमारी ‘एक्ट ईस्ट नीति’ के केंद्र में है।

उन्होंने कहा, ‘‘आसियान देशों के साथ भारत की साझेदारी को पिछले कुछ सालों में काफी गति मिली है। हम व्यापार और आर्थिक संबंधों को और बढ़ाना चाहते हैं। मैं आसियान व्यापार और निवेश सम्मेलन में भारत में निवेश के अवसरों और करीबी आर्थिक सहयोग की जरूरत पर बात करंगा।’’  

पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आसियान देशों ने भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ का स्वागत किया है और भारत में हम आसियान परिवार के साथ रक्षा, सुरक्षा और सांस्कृतिक संबंधों जैसे क्षेत्रों में बेहतर संबंध बनाने के लिए अत्यंत उत्सुक हैं। मजबूत भारत-आसियान संबंध इस सदी को ‘एशियाई शताब्दी’ बनाने के हमारे सामूहिक सपने को बड़ी गति प्रदान करेंगे।’’ पूर्वी एशिया सम्मेलन के संबंध में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत इसे काफी महत्व देता है।

मलेशिया के साथ द्विपक्षीय संबंधों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि 2010 से भारत इस देश का रणनीतिक साझेदार रहा है, जिसका भारत में कई बुनियादी संरचना परियोजनाओं समेत अन्य क्षेत्र में मजबूत निवेश है। वह मलेशिया में तोराना गेट के उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, कॉपरेरेट मलेशिया के साथ संवाद करेंगे, रामाकृष्ण मिशन परिसर जाएंगे, स्वामी विवेकानंद की एक प्रतिमा का अनावरण करेंगे और बातू केव्स मंदिर भी जाएंगे।

वह भारतवंशी समुदाय को भी संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मलेशिया में भारतीय मूल के 20 लाख से अधिक लोग रहते हैं। एक सामुदायिक कार्यक्रम में उनके साथ संवाद होगा। हमारे भारतीय मूल के समुदाय की काबिलियत और दोनों देशों को करीब लाने के लिए उन्हें सलाम किया जाना चाहिए।’’ मलेशिया के बाद वह सिंगापुर जाएंगे।

पीएम मोदी ने कहा, ‘‘सिंगापुर को भारत अत्यधिक महत्व देता है। सिंगापुर भारत में बड़ा निवेशक है और कई भारतीय कंपनियां सिंगापुर में अपने परिचालन का विस्तार कर रहीं हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शहरी विकास, शहरी परिवहन, कचरा प्रबंधन, बंदरगाह विकास और कौशल विकास में उनकी उपलब्धियां भलीभांति ज्ञात हैं। सिंगापुर की मेरी यात्रा भारत-सिंगापुर सहयोग के इन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान देने वाली होगी।’’

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वहां पीएम मोदी का पहला कार्यक्रम सिंगापुर लेक्चर होगा जिसके बाद वह राष्ट्रपति टोनी टान केंग याम, प्रधानमंत्री ली सीन लूंग से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘विशिष्ट निवेशकों के साथ मुलाकात में भारत में निवेश के अवसरों पर ध्यान दिया जाएगा।’’ वह सिंगापुर में भी भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे।