भारत यात्रा पर आए अमेरिकी प्रशांत बेड़ा के कमांडर ने कहा कि विवादास्पद दक्षिण चीन सागर में बीजिंग की आक्रामकता में कोई कमी नहीं आई है और वह रणनीतिक क्षेत्र में दूसरे देशों पर धौंस जमाना जारी रखे हुए है. एडमिरल जॉन एक्विलिनो ने कहा कि विवादित जल क्षेत्र में चीन के सैन्य तैनाती से कई देशों को खतरा है. उनमें से कई अमेरिका के सहयोगी देश हैं. दक्षिण चीन सागर में चीन और कई अन्य देशों के बीच स्प्रैटली द्वीप समूहों पर नियंत्रण को लेकर विवाद है. ताइवान, वियतनाम, फिलीपीन, मलेशिया और ब्रुनेई ने द्वीप समूहों पर अपना दावा पेश किया है.
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यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने चीन के सैन्य जमावड़े में कोई कमी देखी है तो एडमिरल एक्विलिनो ने कहा, ‘मैंने क्षेत्र में देशों पर धौंस जमाए जाने को लगातार देखा है. मैंने द्वीप समूहों या चट्टानों को मानव निर्मित द्वीप समूह में बदलते और सैन्यीकरण होते देखा है, जबकि बातचीत रक्षात्मक उद्देश्यों के बारे में है.' उन्होंने कहा, ‘वे क्षेत्र में सभी देशों- हमारे सहयोगियों, मित्रों- को चुनौती देते हैं और उन्हें धमकाते हैं, लेकिन उन द्वीपों से किसी भी तैनाती को नहीं हटाया गया है. इसलिए मैं कहूंगा कि तैनाती में कोई कमी नहीं आई है और सिर्फ समूचे क्षेत्र में अपने उद्देश्यों को हासिल करने के लिये चीन की ओर से दबाव बढ़ा है.'
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं