यूपी में सपा-बसपा के हाथ मिलाने से बिगड़े समीकरण सुधारने के लिए पीएम मोदी ने संभाली कमान

बीजेपी को लग गया है कि 2019 में सत्ता तभी मिलेगी जब उत्तर प्रदेश में जीत मिलेगी. यहीं से जीत का मंत्र दिखेगा. तभी तो 2019 में 2014 के करिश्मे को दोहराने के लिए अब बीजेपी एक नई रणनीति पर काम कर रही है.

यूपी में सपा-बसपा के हाथ मिलाने से बिगड़े समीकरण सुधारने के लिए पीएम मोदी ने संभाली कमान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली:

उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के हाथ मिलाने से बिगड़े समीकरण सुधारने के लिये अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमान संभाल ली है. आने वाले 20 दिन में पीएम राज्य में ताबड़तोड़ कई दौरे करेंगे. अकेले जुलाई महीने में पीएम उत्तर प्रदेश में कुल पांच दिन दौरे पर रहेंगे. बीजेपी को लग गया है कि 2019 में सत्ता तभी मिलेगी जब उत्तर प्रदेश में जीत मिलेगी. यहीं से जीत का मंत्र दिखेगा. तभी तो 2019 में 2014 के करिश्मे को दोहराने के लिए अब बीजेपी एक नई रणनीति पर काम कर रही है. फूलपुर, गोरखपुर और फिर कैराना के लोकसभा चुनाव से पहले सपा और बसपा के हाथ मिलाने से यूपी में बीजेपी का गणित बिगड़ता हुआ दिख रहा है. ऐसे में बीजेपी जीत का नया फार्मूला लेकर जा रही है जो बीजेपी की नईया यूपी में पार लगाएगा.

इस मिशन 2019 को उत्तर प्रदेश में कामयाब बनाने के लिए खुद मैदान में उतरेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. अगले 20 दिनों में प्रधानमंत्री मोदी उत्तर प्रदेश में चार ताबड़तोड़ दौरे करेंगे. 14 जुलाई को पीएम मोदी सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ पहुंचेंगे. यहां से मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे परियोजना का शिलान्यास करेंगे जो प्रदेश की राजधानी लखनऊ से पूर्वांचल के बलिया को जोड़ेगी.

आज़मगढ़ के बाद मोदी 15 जुलाई को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचेंगे जहां पर वो होमी भाभा कैंसर अस्पताल का शिलान्यास करेंगे. मोदी काशी हिन्दू विश्व विद्यालय में बनने वाले महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर सेंटर के कार्यों की समीक्षा भी करेंगे. इसके साथ ही वो नमामि गंगे के तहत घाटों के जीर्णोद्धार समेत शहर में बनने वाले पंच कोशी परिक्रमा मार्ग का भी शिलान्यास करेंगे.

वहीं 21 तारीख़ को यूपी के शाहजहांपुर में पीएम मोदी की एक बड़ी रैली होने वाली है. इस रैली के पीछे सोच है कि केंद्र सरकार द्वारा खरीफ की फसलों का दाम बढ़ाने के फैसले को लेकर किसानों को लुभाया जा सके. इसके बाद 29 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी लखनऊ जाएंगे जहां वो इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शहरी विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे.

बीजेपी को मिली आतंरिक रिपोर्ट के मुताबिक अगर गठबंधन के हालात बनते है तो बीजेपी को बड़ा नुक़सान यूपी में हो सकता है. बीजेपी के लिए उत्तर प्रदेश इसलिए भी अहम है कि उसने 2014 में यहां से 71 लोकसभा सीटें जीती हैं. खुद पीएम मोदी से यहीं से सांसद हैं लिहाजा अब कमान उनके हाथ में है. अब पार्टी को लगता है कि पीएम मोदी की ताबड़तोड़ रैलियां ही बीजेपी की नाव उत्तर प्रदेश में पार लगा सकती है.


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