गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) दो दिनों के पश्चिम बंगाल दौरे पर हैं. अमित शाह, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) और राज्य भाजपा प्रमुख दिलीप घोष (Dilip Ghosh) के साथ बेलीजुरी गांव में शुक्रवार को एक किसान के घर पहुंचे. जहां तीनों ने एक कच्चे मकान में फर्श पर बैठकर दोपहर का भोजन किया. उनकी भोजन करते हुए तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से अमित शाह की लंच वाली तस्वीर को पोस्ट करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी के 9 अप्रैल 2014 वाले उस ट्वीट को भी रिप्लाई ट्वीट में लिया, जिसमें उन्होंने लिखा था, “कांग्रेस नेता गरीबी पर्यटन के विशेषज्ञ हैं. कैमरों के साथ वे गांवों में जाते हैं. गरीबों के साथ बैठते हैं उनके साथ खाना खाते हैं और तस्वीरें लेते हैं.” ट्वीट में “Oops!” लिखते हुए “हॉ” वाली इमोजी भी पोस्ट की गई है.
Oops! ???? https://t.co/SSuQT1bWWE pic.twitter.com/3bINTNq1Iw
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) December 19, 2020
इससे पहले ममता बनर्जी भी अमित शाह के एक भोज वाली तस्वीर पर निशाना साध चुकी हैं. उन्होंने बांकुड़ा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि हाल में अमित शाह का दोपहर के भोज में जाना एक दिखावा था, वह खाना पांच सितारा होटल से मंगाया गया था. बासमती चावल, पोस्तोर बोरा जैसे खाने की चीज़ें पांच सितारा होटलों में बनी थीं, जिन्हें दलित के घर ले जाया गया था. बाहर से एक ब्राह्मण को भी बुलाया गया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि भोज से पहले परिवार के सदस्यों को सब्जियां काटते हुए दिखाया गया था लेकिन खाना बनाने के लिए असल में उनमें से किसी सामान का इस्तेमाल नहीं किया गया था. बनर्जी ने कहा, " मैंने अखबारों में देखा था कि बासमती चावल और पोस्तोर बोरा परोसा गया था... परिवार के सदस्यों को जिस धनिए की पत्तियों को काटते हुए दिखाया गया था, उनका इस्तेमाल किसी भी चीज में नहीं किया गया. इन दिनों लोग ये चीजें देख सकते हैं."
बीजेपी का मिशन बंगाल : बीरभूम पहुंचे अमित शाह ने रवींद्रनाथ टैगोर को दी श्रद्धांजलि
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janata Party) के शीर्ष नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने चार महीने बाद होने वाले पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनावों (West Bengal Assembly Elections) में कुल 294 सीटों में से 200 प्लस पर पार्टी की जीत का लक्ष्य रखा है. इसके लिए खुद अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. बीजेपी ने चुनावी रणनीति बनाते हुए राज्य को पांच चुनावी जोन में बांटा है और हर जोन के लिए एक संगठन महामंत्री को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा है. इसके अलावा केंद्रीय मंत्रियों की फौज भी उतारी है. बीजेपी निम्न सियासी हथियारों के जरिए 10 साल से बंगाल की सत्ता पर काबिज दीदी यानी ममता बनर्जी को अपदस्थ करने की कोशिश कर रही है. हालांकि, यह अलग बात है कि बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, ये स्पष्ट नहीं है. पार्टी का मूल मकसद राज्य में सत्ता प्राप्ति है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं