यह ख़बर 27 फ़रवरी, 2013 को प्रकाशित हुई थी

राज ठाकरे के काफिले पर पथराव के बाद एनसीपी-मनसे के बीच जबरदस्त झड़पें

खास बातें

  • पथराव का आरोप एनसीपी के कार्यकर्ताओं पर लगा है। इसके बाद से ही महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में एमएनएस कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया।
मुंबई:

महाराष्ट्र के अहमदनगर में सोमवार को राज ठाकरे द्वारा एक रैली को संबोधित किए जाने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) तथा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के बाद बुधवार को भी मुंबई तथा राज्य के कई अन्य इलाकों में राकांपा तथा मनसे कार्यकर्ताओं की बीच तनाव का माहौल बना हुआ है।

मुंबई में बुधवार की सुबह नाराज राकांपा कार्यकर्ताओं ने राज ठाकरे के काफिले पर पत्थर फेंके जबकि पिछली रात उनकी कार रैली को काले झंडे दिखाए गए थे।

इसके जवाब में मनसे के कार्यकर्ताओं ने दक्षिणी मुंबई तथा आस-पास के इलाकों में राकांपा के दफ्तरों पर निशाना साधा तथा अहमदनगर, नांदेण, अकोला, यवतमाल, पारभनी तथा ठाणे में निजी एवं सार्वजनिक वाहनों की क्षति पहुंचाई।

इस झड़प के पीछे राज ठाकरे की रैलियों को बताया जा रहा है जिसमें राज ने राकांपा तथा उसके शीर्ष नेताओं शरद पवार, उनके भतीजे अजित पवार तथा गृह मंत्री आरआर पाटिल पर निशाना साधा था।

राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, लोकतंत्र में कोई किसी की भी आलोचना करने के लिए स्वतंत्र है। लेकिन हमारे कार्यकर्ता उनके (राज ठाकरे) द्वारा कहे गए अनुचित शब्दों को भला कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं। यह निश्चय ही निंदनीय है।

मलिक ने राकांपा के दफ्तरों पर हुए हमलों का हवाला देते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा, अगर कोई कानून अपने हाथ मे लेता है तो सरकार एवं पुलिस उससे उचित तरीके से निबटेगी।

महाराष्ट्र से आई रपटों के अनुसार मंगलवार की सुबह ठाणे, मुंबई, बांद्रा, अहमदनगर, परभानी स्थित राकांपा के कार्यालयों पर पत्थर फेंके गए तथा यवतमाल, अकोला और नांदेण में बसों को नुकसान पहुंचाया गया।

पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी तथा स्थिति को नियंत्रण में बताया।

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महाराष्ट्र में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव तथा लोकसभा चुनावों को देखते हुए वास्तव में राज ठाकरे अपने राज्य दौरे के शुरू होने से पहले पूर्व नियोजित तरीके से राकांपा के शीर्ष नेताओं पर निशाना साध रहे हैं।