सरकार ने कोविशील्ड की 50 लाख खुराकें खराब होने  को‘‘गुमराह’’करने वाली खबर बताया

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया में आई उन खबरों को गुरुवार को ‘‘गुमराह करने वाली'' करार दिया जिनमें दावा किया गया था कि इस माह के अंत तक कोविशील्ड (Covishield) की अनप्रयुक्त 50 लाख खुराकें खराब हो सकती हैं.

सरकार ने कोविशील्ड की 50 लाख खुराकें खराब होने  को‘‘गुमराह’’करने वाली खबर बताया

बयान में कहा गया कि इस संबध में अनेक राज्यों के साथ चर्चा भी की गयी थी

नई दिल्ली:

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया में आई उन खबरों को गुरुवार को ‘‘गुमराह करने वाली'' करार दिया जिनमें दावा किया गया था कि इस माह के अंत तक कोविशील्ड (Covishield) की अनप्रयुक्त 50 लाख खुराकें खराब हो सकती हैं. मंत्रालय ने कहा कि केन्द्र ने बेहद सक्रियता दिखाते हुए सभी राज्य सरकारों को टीकों (Vaccination) की उपलब्धता की समीक्षा करने की सलाह दी थी,ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि टीकों की बर्बादी कम से कम हो. स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले साल नवंबर में राज्यों से कहा था कि वे नियमित रूप से उन टीकों की स्थिति की समीक्षा करें जिनकी आने वाले महीनों में इस्तेमाल की अवधि समाप्त होने की उम्मीद है, लेकिन वे निजी अस्पतालों में उपलब्ध हैं.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राज्यों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया था कि टीके की कोई भी खुराक एक्सपायर (खराब) नहीं होनी चाहिए-सरकारी और निजी प्रतिष्ठानों दोनों में. इसने कहा कि राज्यों को सलाह दी गई थी कि वे टीके की खुराक के इस्तेमाल के संबंध में अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अथवा प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) के स्तर पर निजी अस्पतालों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करें.

बयान में यह भी कहा गया, “इसके अलावा टीकों को खराब होने से रोकने और टीके की कोई खुराक बर्बाद नहीं हो यह सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट राज्यों के अनुरोध पर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया था कि उन्हें निजी क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाओं से राज्य सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं में टीके हस्तांतरित करने के प्रस्ताव पर कोई आपत्ति नहीं है. '' बयान में कहा गया कि इस संबध में अनेक राज्यों के साथ चर्चा भी की गयी थी.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)