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This Article is From Sep 26, 2020

500 सालों की किसी भी तारीख का दिन पल में बता देता है 7 साल का शौर्य, बनाया रिकॉर्ड

शौर्य ने 200 देशों की राजधानियों को याद करने और 5 साल की उम्र में देशों के झंडों की पहचान करने के लिए उनकी अद्भुत स्मृति के लिए रिकॉर्ड बुक ऑफ इंडिया में भी रिकॉर्ड बनाया है.

500 सालों की किसी भी तारीख का दिन पल में बता देता है 7 साल का शौर्य, बनाया रिकॉर्ड
शौर्य ने 5 मिनट में 95 तिथियों का सही उत्तर दिया.
नई दिल्ली:

राजधानी दिल्ली के सात साल के शौर्य सारडा (Shaurya Sarda) ने अद्भुत प्रतिभा मिसाल पेश करते हुए लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड (Limca Book of Records) में नाम दर्ज कराया है. अपनी स्मर्ण शक्ति और गणनात्मक गुणों के चलते महज 7 साल की उम्र में शौर्य ने ये मुकाम हासिल किया है. शौर्य ने 500 सालों की किसी भी तारीख के दिन बताने में महज चंद सेकेंड लिए. शौर्य से 1600 से लेकर 2100 तक की तारीखों से जुड़े एक के बाद एक 95 दिन पूछे गए, जिनका जवाब उन्होंने महज 5 मिनटों में दे दिया, वो भी सही.ये प्रतियोगिता शौर्य के स्कूल सरदार पटेल विद्यालय लोधी इस्टेट में 15 सितंबर कोआयोजित हुई थी. 

शौर्य को स्क्रीन पर दिखाए गए सवालों के अनुसार 1600 से 2100 साल तक 500 साल की बेतरतीब तारीखें दी गई थीं, और उसे सप्ताह के दिन के रूप में जवाब देना था. उन्होंने 5 मिनट में 95 तिथियों का सही उत्तर दिया. इन सभी तिथियों को सरदार पटेल विद्यालय में हुई घटना के दौरान मौजूद विशेषज्ञ गवाहों (स्कूल स्टाफ) के एक पैनल द्वारा ठीक से जांचा गया था.

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विशेषज्ञ गवाहों के अनुसार, शौर्य ने अपनी अद्भुत स्मृति और गणनात्मक कौशल के साथ सेकंड के एक अंश में सभी सवालों के जवाब दिए. उन्होंने इस बच्चे में अद्भुत प्रतिभा पाई और देखा कि 7 साल की उम्र में उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और उनकी कोशिश सफल साबित हुई. वह एक अद्भुत लड़का है.

शौर्य माता-पिता और उनके स्कूल के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि और गर्व का क्षण है कि उनका बेटा 7 साल की छोटी सी उम्र में सबसे प्रतिष्ठित लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल हुआ.

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शौर्य ने 200 देशों की राजधानियों को याद करने और 5 साल की उम्र में देशों के झंडों की पहचान करने के लिए उनकी अद्भुत स्मृति के लिए रिकॉर्ड बुक ऑफ इंडिया में भी रिकॉर्ड बनाया है.

शौर्य को दिमाग से जुड़ी गतिविधियों जैसे पज्जल, विभिन्न आकृतियों की घन पहेली को हल करना, 500 से 1000 टुकड़ों की पहेली को हल करना, शतरंज खेलना, क्रिकेट, फुटबॉल, आदि में अत्यधिक रुचि है. दिल्ली के मॉडल टाउन में रहने वाले शौर्य के पिता वीरेंद्र सारदा बिजनेसमैन है और उनकी माता हेमा सारदा क्लासिकल डांस टीचर हैं.

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