सेना (ARMY) ने कश्मीर (Kashmir) में सरहद की सुरक्षा करते हुए शहीद हुए चार जवानों और बीएसएफ (BSF) के एक हवलदार को रविवार श्रीनगर में श्रद्धांजलि दी गई. पाकिस्तानी घुसपैठ (Pakistan Infiltration) की कोशिश को नाकाम करते हुए शहीद हुए बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर राकेश डोभाल को भी अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बड़े अधिकारी मौजूद थे.
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कश्मीर के केरन और गुरेज सेक्टर में 13 नवंबर को पाकिस्तान की ओर से अकारण गोलीबारी शुरू की गई थी. इसका मकसद लांचिंग पैड (Launching Pad) पर बैठे आतंकियों की भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराना था, लेकिन सीमा पर सतर्क जवानों ने दुश्मन के इरादों को भांप लिया और जवाबी कार्रवाई की. इस कार्रवाई में चिनार कोर से जुड़े सेना के चार जवान हवलदार हरधान चंद्र रॉय ,नायक एस बी रमेश राव, गनर सुबोध घोष और सिपाही जे ऋषिकेश रामचंद्र शहीद हो गए.
सेना के साथ इसी कार्रवाई में बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर राकेश डोभाल भी वीरगति को प्राप्त हुए. उन्हें भी अंतिम विदाई दी गई. सैन्य अधिकारियों ने कहा, ये वो बहादुर जवान हैं, जिन्होंने देश की सरहद के हिफ़ाजत के लिए अपनी जान दी. सेना ने पीड़ित परिवारों के लिए शोक संवेदना जताई है. डोभाल बारामूला में शहीद हुए थे.
पाक सेना ने आतंकियों की घुसपैठ कराने के सेना पर गोलाबारी शुरू की थी. सेना की जवाबी कार्रवाई में पाक सेना के 8 से 10 जवान मारे गए और 15 से 20 जवान घायल हुए हैं. भारतीय सेना ने रॉकेट के जरिये एलओसी पर आतंकियो के लांच पैड पर भी नेस्तनाबूद कर दिए. इस ऑपेरशन में चार आतंकी मारे गए और 12 से ज्यादा घायल होने की खबर है. लेकिन हताशा में पाक ने एलओसी के पास रहने वाले आम लोगों को निशाना बनाया और इसमे 6 लोगों की मौत हो गई.
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