पंजाब और हरियाणा हाइकोर्ट के आदेश के बाद जालंधर के नूरमहल के दिव्य ज्योति जागृति संस्थान में भी सतलोक आश्रम जैसे हालात बनते दिख रहे हैं।
जब से कोर्ट ने संस्थान के संस्थापक आशुतोष महाराज का अंतिम संस्कार करने के आदेश दिए हैं, आशुतोष महाराज के समर्थक भड़के हुए हैं। हाइकोर्ट के फैसले के बाद नूरमहल में आशुतोष महाराज के समर्थकों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है।
समर्थकों और आश्रम के सुरक्षा गार्डों ने अपनी मर्जी से आश्रम के रास्ते सील कर दिए हैं। यहां तक कि पुलिस को भी आश्रम तक पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ रही है। आशुतोष महाराज का पार्थिव शरीर 29 जनवरी से फ्रीजर में रखा है। उनके समर्थक कह रहे हैं कि आशुतोष महाराज समाधि में हैं।
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सोमवार को अपने फैसले में पंजाब सरकार को 15 दिन के भीतर आशुतोष महाराज का अंतिम संस्कार कराने का आदेश दिया था। आशुतोष महाराज के अंतिम संस्कार के बारे में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले पर संस्थान ने कहा है कि वह इस फैसले को अदालत की दो न्यायाधीशों वाली पीठ में चुनौती देगा।
संस्थान के प्रवक्ता स्वामी विशालानंद ने बुधवार को कहा कि महाराज जी समाधि में हैं। यह (उनके अंतिम संस्कार का) फैसला सही नहीं है। हम लोग इस फैसले के खिलाफ पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की दो न्यायाधीशों वाली पीठ में अपील करेंगे और संविधान ने हमें इसका अधिकार दिया है। अपील के समय के बारे में पूछे जाने पर विशालानंद ने कहा कि कागजी कार्यवाही पूरी होने के बाद अगले एक-दो दिन में अपील दाखिल कर दी जाएगी।
(इनपुट भाषा से भी)
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