केंद्र की यूपीए सरकार जहां इस हफ्ते संसद में तेलंगाना विधेयक पारित कराने की तैयारी में है, वहीं आंध्रप्रदेश के बंटवारे पर दोनों पक्ष अपने-अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने को प्रयत्नशील हैं।
आंध्र प्रदेश का बंटवारा कर अलग तेलंगाना राज्य के गठन के विरोध में वाइएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख जगनमोहन रेड्डी सोमवार को दिल्ली के जंतर−मंतर पर धरना देने वाले हैं। वहीं दूसरी तरफ अलग राज्य की मांग के समर्थक तेलंगाना विधेयक को पारित कराने के प्रयास में लगे हुए हैं।
वाइएसआर कांग्रेस की इस रैली में शामिल होने के लिए सीमांध्र इलाके से आठ ट्रेनों में भरकर लोग दिल्ली पहुंचे हैं। पार्टी नेताओं के मुताबिक, जंतर मंतर पर करीब 7000 लोग धरना पर बैठेंगे। वाईएसआरसी के प्रवक्ता वासीरेड्डी पद्मा ने हाल में कहा था, 'धरना दिल्ली के हठ और तेलुगु स्वाभिमान के बीच लड़ाई को लेकर है और अंतत: तेलुगु स्वाभिमान की जीत होगी।'
इसके अलावा रामलीला मैदान पर भी प्रदशर्न होने वाला है। इसमें आंध्र प्रदेश के एनजीओ और सरकारी कमर्चारी शामिल होंगे। इस धरना−प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने भी संसद और आसपास के इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
वहीं दूसरी तरफ अलग राज्य की मांग के समर्थक तेलंगाना विधेयक को पारित कराने के प्रयास में लगे हुए हैं। टीआरएस अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव, उनकी पार्टी के विधायक और तेलंगाना समर्थक दलों के नेता एवं संगठन विधेयक के समर्थन में दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
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