
दिल्ली में तेजस्वी यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की.
पटना:
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच लगभग 40 मिनट तक बातचीत हुई. तेजस्वी ने बाद में कहा कि उनके साथ का मकसद संविधान, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करना है.
राहुल गांधी से मुलाकात के बाद तेजस्वी ने ट्वीट किया, ‘‘हम यहां सरकार गठित करने के लिए नहीं, बल्कि मौजूदा अधिनायकवादी शासन की मंशा के खिलाफ कमजोरों की जिंदगी बदलने के लिए हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे साथ का मकसद संविधान, धर्मनिरपेक्ष- लोकतांत्रिक मूल्यों एवं सामाजिक न्याय के लक्ष्यों की रक्षा करना है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे.’’ उन्होंने कहा कि ‘‘हम इस सरकार द्वारा पैदा किए गए डर के माहौल से देश को बाहर निकालने को प्रतिबद्ध हैं. हम किसानों, युवाओं, महिलाओं और गरीबों के लिए प्रतिबद्ध हैं.’’
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आरजेडी के प्रवक्ता मनोज झा ने बताया, ‘‘यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी. लेकिन मैं इतना जरूर कहूंगा कि दोनों नेताओं की दोस्ती देश के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने और गरीबों, दलितों, पिछड़ों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार को रोकने के लिए है.’’
बैठक में बिहार में महागठबंधन को और मजबूत कर 2019 के लोकसभा चुनाव को मजबूती से लड़ने पर विचार विमर्श एवं इसके लिए भावी रणनीति बनाए जाने पर गंभीरता से विचार किया गया. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए चुनाव प्रचार-प्रसार रणनीति, उम्मीदवार चयन, एजेंडा सेटिंग और केंद्र की विफलता और मुद्दों के बारे विमर्श किया. दोनों युवा नेता आगे भी इस विषय पर नियमित अंतराल में मिलते रहेंगे.
VIDEO : नीतीश को जनता ने सबक सिखाया
बैठक में केन्द्र सरकार के सभी मुद्दों पर फ़ेल होने और जनता के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं किए जाने के विषय पर भी चर्चा की गई. तेजस्वी यादव ने बताया कि उन्होंने बिहार में संविधान बचाओ न्याय यात्रा के अंतर्गत राज्य का दौरा किया है तथा रैलियां की हैं, उसका जनमानस पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ा है. उपचुनावों में जीत के बाद महागठबंधन के प्रति लोगों का विश्वास और आस्था बढ़ी है.
(इनपुट भाषा से भी)
राहुल गांधी से मुलाकात के बाद तेजस्वी ने ट्वीट किया, ‘‘हम यहां सरकार गठित करने के लिए नहीं, बल्कि मौजूदा अधिनायकवादी शासन की मंशा के खिलाफ कमजोरों की जिंदगी बदलने के लिए हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे साथ का मकसद संविधान, धर्मनिरपेक्ष- लोकतांत्रिक मूल्यों एवं सामाजिक न्याय के लक्ष्यों की रक्षा करना है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे.’’ उन्होंने कहा कि ‘‘हम इस सरकार द्वारा पैदा किए गए डर के माहौल से देश को बाहर निकालने को प्रतिबद्ध हैं. हम किसानों, युवाओं, महिलाओं और गरीबों के लिए प्रतिबद्ध हैं.’’
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आरजेडी के प्रवक्ता मनोज झा ने बताया, ‘‘यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी. लेकिन मैं इतना जरूर कहूंगा कि दोनों नेताओं की दोस्ती देश के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने और गरीबों, दलितों, पिछड़ों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार को रोकने के लिए है.’’
बैठक में बिहार में महागठबंधन को और मजबूत कर 2019 के लोकसभा चुनाव को मजबूती से लड़ने पर विचार विमर्श एवं इसके लिए भावी रणनीति बनाए जाने पर गंभीरता से विचार किया गया. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए चुनाव प्रचार-प्रसार रणनीति, उम्मीदवार चयन, एजेंडा सेटिंग और केंद्र की विफलता और मुद्दों के बारे विमर्श किया. दोनों युवा नेता आगे भी इस विषय पर नियमित अंतराल में मिलते रहेंगे.
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बैठक में केन्द्र सरकार के सभी मुद्दों पर फ़ेल होने और जनता के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं किए जाने के विषय पर भी चर्चा की गई. तेजस्वी यादव ने बताया कि उन्होंने बिहार में संविधान बचाओ न्याय यात्रा के अंतर्गत राज्य का दौरा किया है तथा रैलियां की हैं, उसका जनमानस पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ा है. उपचुनावों में जीत के बाद महागठबंधन के प्रति लोगों का विश्वास और आस्था बढ़ी है.
(इनपुट भाषा से भी)
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