समाचार पत्रिका तहलका के संस्थापक एवं प्रधान संपादक तरुण तेजपाल के खिलाफ गोवा पुलिस ने शुक्रवार को दुष्कर्म का मामला दर्ज किया।
एक कनिष्ठ महिला पत्रकार ने उनपर गोवा के एक पांच सितारा होटल में एक पखवाड़ा पहले आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यौन शोषण का आरोप लगाया था। आरोपी पत्रकार ने जांच में पूरा सहयोग करने का वादा किया है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गोवा से रिपोर्ट तलब की है।
गोवा पुलिस की अपराध शाखा ने स्वत: संज्ञान लेते हुए तेजपाल के खिलाफ दुष्कर्म और आपराधिक हमले के तहत मामला दर्ज किया है। होटल के सीसीटीवी फुटेज और पत्रिका की प्रबंध संपादक सोमा चौधरी को की गई पीड़िता की शिकायत की लीक हुई प्रति के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।
तेजपाल (50) पर आरोप है कि उन्होंने गोवा के एक होटल में साप्ताहिक पत्रिका के 'तहलका थिंकफेस्ट' कार्यक्रम के दौरान होटल में दो बार अपनी कनिष्ठ सहकर्मी का यौन शोषण किया।
गोवा के पुलिस महानिदेशक किशन कुमार ने पणजी में शुक्रवार को कहा कि तेजपाल के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है और जल्द ही पुलिस की टीम पूछताछ के लिए दिल्ली पहुंचेगी। पुलिस ने होटल प्रबंधन के पास से सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया है।
दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए तेजपाल ने कहा कि वह जांच में पुलिस को पूरा सहयोग करेंगे।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि मंत्रालय ने तरुण तेजपाल मामले में गोवा सरकार से पूरे विवरण मांगे हैं।
उधर राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने शुक्रवार को तहलका पत्रिका को निर्देश दिया है कि वह पत्रिका के प्रधान संपादक तरुण तेजपाल के खिलाफ लगे कथित यौन उत्पीड़न मामले से संबंधित सभी विवरण अगले 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराए।
तहलका की प्रबंध संपादक सोमा चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि तरुण तेजपाल के खिलाफ छेड़छाड़ के मामले में कार्रवाई करने में कोई देरी नहीं हुई, और गठित की गई समिति घटना की जांच करेगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि टेलीविजन की बहसों में कुछ लोगों ने तहलका के प्रधान संपादक तरुण तेजपाल को अपनी एक कनिष्ठ सहकर्मी के यौन शोषण के आरोपों से बच निकलने का रास्ता उपलब्ध कराया है।
जेटली के अनुसार यह सुझाव देना कि पीड़िता के सामने आपराधिक जांच को आगे बढ़ाने या उसे छोड़ने का विकल्प है, हमलावर को बच निकलने का रास्ता देने के समान है। जेटली ने कहा कि विभागीय जांच और मुकदमा एक साथ चलने चाहिए।
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर और राज्य के पुलिस प्रमुख दोनों ने यह आरोप लगाया है कि समाचार साप्ताहिक पत्रिका तहलका के प्रधान संपादक तरुण तेजपाल के विरुद्ध यहां दाखिल मामले की जांच में समाचार साप्ताहिक की प्रबंध संपादक सोमा चौधरी बाधा उत्पन्न कर रही हैं।
पर्रिकर ने एक समाचार चैनल से कहा कि पत्रिका मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है।
पर्रिकर ने राज्य पुलिस महानिदेशक किशन कुमार की ही तर्ज पर कहा, "पुलिस ने मुझे बताया है कि उसने कल (गुरुवार) शाम 5.18 बजे प्रबंध निदेशक को एक मेल भेजा था। उन लोगों ने मेल के स्वीकार कर लिए जाने की पुष्टि की है। मेल में उनसे इस मामले की जांच में सहयोग करने का अनुरोध किया गया है, जो जघन्य प्रकृति का है।" पुलिस महानिदेशक ने भी कहा था कि चौधरी सहयोग नहीं कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि यह मामला बुधवार रात प्रकाश में आया, जिसके बाद तेजपाल ने छह महीने के लिए पद छोड़ने का निर्णय लिया।
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