नई दिल्ली:
भूकंप प्रभावित नेपाल में बचाव और राहत अभियानों में समन्वय करने के लिए गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और एनडीएमए के वरिष्ठ अधिकारियों वाला एक अंतरमंत्रालयी दल सोमवार को नेपाल रवाना हो गया।
गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव बीके प्रसाद की अध्यक्षता वाला यह दल नेपाल में फंसे भारतीयों की निकासी की भी निगरानी करेगा।
सूत्रों ने कहा कि यह दल बचाव अभियान में नेपाल सरकार के साथ तालमेल बैठाते हुए काम करेगा और नुकसान का आकलन करेगा।
यह दल नई दिल्ली को एक रिपोर्ट भेजेगा, ताकि इस हिमालयी देश को प्राथमिकता के आधार पर मदद उपलब्ध करवाई जा सके।
उच्च स्तरीय दल भेजने का फैसला कल प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया था।
भारत ने भूकंप प्रभावित नेपाल में राहत एवं बचाव अभियानों को तेज कर दिया है। उसने वहां दो दर्जन से ज्यादा विमान एवं हेलीकॉप्टर के साथ लगभग 1000 प्रशिक्षित लोगों को तैनात किया है। भारत का कहना है कि नेपाल की स्थिति ‘‘बेहद गंभीर’’ है।
वहां फंसे हुए यात्रियों को जल्दी निकालने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। इनके तहत विदेशियों को सदभावना वीजा दिया जाना और उन्हें सड़क के रास्ते लाने के लिए बसें एवं एंबुलेंसें भेजना शामिल है।
भारत ने अब तक 13 सैन्य विमान, एयर इंडिया और जेट एयरवेज के तीन नागरिक विमान, छह एमआई-17 हेलीकॉप्टर, दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं जबकि दो अन्य एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है।
10 टन कंबल, 50 टन पानी, 22 टन भोजन और दो टन दवाएं काठमांडो रवाना की जा चुकी हैं।
तीन सैन्य फील्ड अस्पताल और इंजीनियरिंग टास्क फोर्स और असैन्य चिकित्सकों की चिकित्सा इकाइयां नेपाल भेजी गई हैं।
गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव बीके प्रसाद की अध्यक्षता वाला यह दल नेपाल में फंसे भारतीयों की निकासी की भी निगरानी करेगा।
सूत्रों ने कहा कि यह दल बचाव अभियान में नेपाल सरकार के साथ तालमेल बैठाते हुए काम करेगा और नुकसान का आकलन करेगा।
यह दल नई दिल्ली को एक रिपोर्ट भेजेगा, ताकि इस हिमालयी देश को प्राथमिकता के आधार पर मदद उपलब्ध करवाई जा सके।
उच्च स्तरीय दल भेजने का फैसला कल प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया था।
भारत ने भूकंप प्रभावित नेपाल में राहत एवं बचाव अभियानों को तेज कर दिया है। उसने वहां दो दर्जन से ज्यादा विमान एवं हेलीकॉप्टर के साथ लगभग 1000 प्रशिक्षित लोगों को तैनात किया है। भारत का कहना है कि नेपाल की स्थिति ‘‘बेहद गंभीर’’ है।
वहां फंसे हुए यात्रियों को जल्दी निकालने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। इनके तहत विदेशियों को सदभावना वीजा दिया जाना और उन्हें सड़क के रास्ते लाने के लिए बसें एवं एंबुलेंसें भेजना शामिल है।
भारत ने अब तक 13 सैन्य विमान, एयर इंडिया और जेट एयरवेज के तीन नागरिक विमान, छह एमआई-17 हेलीकॉप्टर, दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं जबकि दो अन्य एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है।
10 टन कंबल, 50 टन पानी, 22 टन भोजन और दो टन दवाएं काठमांडो रवाना की जा चुकी हैं।
तीन सैन्य फील्ड अस्पताल और इंजीनियरिंग टास्क फोर्स और असैन्य चिकित्सकों की चिकित्सा इकाइयां नेपाल भेजी गई हैं।
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