प्रतीकात्मक तस्वीर
चेन्नई:
अंगदान करने के मामले में देश में शीर्ष स्थान पर तमिलनाडु है और 2008 में राज्य के प्रत्यारोपण प्राधिकरण गठन के बाद से 683 लोगों में से अंग निकाल कर 3000 से अधिक लोगों में प्रत्यारोपित किया गया है। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सी विजय भास्कर ने संवाददाताओं को दी है।
एक विज्ञप्ति में उन्होंने अपील की है कि ब्रेन डेड (चिकित्सय रूप से मृत) घोषित मरीजों के रिश्तेदार अंगदान करने के लिए सामने आए। अंगदान प्रत्यरोपण के तहत 144 हृदय प्रत्यारोपण, 69 फेफड़ा प्रत्यारोपण, 636 लिवर, 1233 किडनी, चार अग्नाश्य, दो छोटी आंत, 618 दिल का वॉल्व, 1032 क्रोर्निया, 22 त्वचा और दो रक्त वाहिका शामिल है।
बताया गया है कि अंग प्रत्यारोपण को व्यवस्थित करने के लिए तमिलनाडु सरकार ने प्रत्यारोपण प्राधिकरण का गठन किया था। उन्होंने बताया कि ओडिशा सरकार इसी तरह का प्राधिकरण गठित करने की योजना बना रही है और इसमें मदद के लिए उन्होंने तमिलनाडु सरकार से संपर्क भी किया है। राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का आवंटन 4,000 करोड़ रूपए से बढ़ा कर 8,245 करोड़ रूपए कर दिया गया है।
एक विज्ञप्ति में उन्होंने अपील की है कि ब्रेन डेड (चिकित्सय रूप से मृत) घोषित मरीजों के रिश्तेदार अंगदान करने के लिए सामने आए। अंगदान प्रत्यरोपण के तहत 144 हृदय प्रत्यारोपण, 69 फेफड़ा प्रत्यारोपण, 636 लिवर, 1233 किडनी, चार अग्नाश्य, दो छोटी आंत, 618 दिल का वॉल्व, 1032 क्रोर्निया, 22 त्वचा और दो रक्त वाहिका शामिल है।
बताया गया है कि अंग प्रत्यारोपण को व्यवस्थित करने के लिए तमिलनाडु सरकार ने प्रत्यारोपण प्राधिकरण का गठन किया था। उन्होंने बताया कि ओडिशा सरकार इसी तरह का प्राधिकरण गठित करने की योजना बना रही है और इसमें मदद के लिए उन्होंने तमिलनाडु सरकार से संपर्क भी किया है। राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का आवंटन 4,000 करोड़ रूपए से बढ़ा कर 8,245 करोड़ रूपए कर दिया गया है।
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