
इंदौर एक बार फिर देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है.
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चंडीगढ़ को स्वच्छता में तीसरा स्थान मिला
झारखंड सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य चुना गया
दूसरे और तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र तथा छत्तीसगढ़ रहे
स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में झारखंड को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य चुना गया. इसके बाद महाराष्ट्र तथा छत्तीसगढ़ का स्थान रहा.
आवास राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 के नतीजे घोषित किए. इसका मकसद देश भर के शहरों में स्चच्छता स्तर का आकलन करना है. पुरी ने कहा कि सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले शहरों के नाम उस दिन घोषित किए जाएंगे जिस दिन पुरस्कार दिए जाएंगे.
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स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 के तहत देश के सभी 4200 शहरों में सफाई की स्थिति का आकलन किया गया. सर्वेक्षण चार जनवरी से स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 शुरू किया गया था. पिछले वर्ष इसमें केवल 434 शहरों को शामिल किया गया था. और इससे पहले साल 2016 में सिर्फ 73 शहर शामिल थे. साल 2014 से स्वच्छ भारत अभियान के तहत शुरू किया गया यह तीसरा सर्वेक्षण है.
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पिछले वर्ष 434 शहरों के 37 लाख लोगों के बीच सर्वेक्षण किया गया था. इसमें मध्यप्रदेश के इंदौर और भोपाल टॉप पर रहे थे. इस सर्वे में शीर्ष पांच शहरों में इंदौर व भोपाल के अलावा आंध्र प्रदेश का विशाखापट्टनम, गुजरात का सूरत और कर्नाटक का मैसूर शामिल थे. चंडीगढ़ 11 वें स्थान पर रहा था. जबकि साल 2016 में वह दूसरे स्थान पर था. सर्वेक्षण में उत्तर प्रदेश के गोंडा और महाराष्ट्र के भुसावल को सबसे गंदा शहर बताया गया था.
VIDEO : सौ स्वच्छ शहरों में से 22 मध्यप्रदेश के
केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के लिए वित्तीय वर्ष 2014-15 से लेकर अब तक बजट में 33,875 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. अभियान की जमीनी हकीकत जानने के लिए ही हर साल स्वच्छ सर्वेक्षण किया जाता है. यह सर्वेक्षण क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा किया जाता है.
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