नई दिल्ली:
पंजाब के पठानकोट में एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकवादी हमले के एक दिन बाद सरकार ने रविवार को पाकिस्तान में कार्यरत रहे पूर्व राजनयिकों और पूर्व विदेश सचिवों के साथ पड़ोसी देश को लेकर रणनीति पर चर्चा की।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नई दिल्ली में यह विचार-विमर्श किया, जिसमें एसके लांबा, जी पार्थसारथी, श्याम सरण, शिवशंकर मेनन, सत्यब्रत पॉल, शरद सभरवाल और टीसीए राघवन शामिल हुए।
विदेश मंत्रालय ने इस असामान्य बैठक का ब्योरा नहीं दिया और इसे केवल 'पाकिस्तान के बारे में रणनीति पर कूटनीतिक विचार-विमर्श' कहा। यह चर्चा पठानकोट आतंकी हमले का भारत-पाक वार्ता पर संभावित असर को लेकर बहस के बीच हुई।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नई दिल्ली में यह विचार-विमर्श किया, जिसमें एसके लांबा, जी पार्थसारथी, श्याम सरण, शिवशंकर मेनन, सत्यब्रत पॉल, शरद सभरवाल और टीसीए राघवन शामिल हुए।
विदेश मंत्रालय ने इस असामान्य बैठक का ब्योरा नहीं दिया और इसे केवल 'पाकिस्तान के बारे में रणनीति पर कूटनीतिक विचार-विमर्श' कहा। यह चर्चा पठानकोट आतंकी हमले का भारत-पाक वार्ता पर संभावित असर को लेकर बहस के बीच हुई।
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